Latest Poetry in Hindi | Motivational poetry | Emotional Poems

Latest Poetry in Hindi | Motivational poetry | Emotional Poems फिर बहार आयेगी फिर बहार आयेगी तम की रजनी छंट जायेगी आज मौत सहन में खड़ी है ज़िंदगी से दो- … Read More

सरसी छंद | आओ ऐसी बात करें हम | हिन्दी कविता

सरसी छंद | आओ ऐसी बात करें हम | हिन्दी कविता आओ ऐसी बात करें हम मापनी-सरसी छंद। 16,11 आओ ऐसी बात करें हम,सुने न कोई कान। पर दर्शन में … Read More

उसकी लाठी से नहीं बचोगे | गीत | पवन शर्मा परमार्थी

उसकी लाठी से नहीं बचोगे | गीत | पवन शर्मा परमार्थी उसकी लाठी से नहीं बचोगे। उसकी लाठी से नहीं बचोगे। तुम साज़िश कोई अगर रचोगे।। (१) झूठ का जाल … Read More

Modi Jasoda Ben | मोदी जसोदा बेन / सीताराम चौहान पथिक

Modi Jasoda Ben | मोदी जसोदा बेन / सीताराम चौहान पथिक  मोदी जसोदा बेन  नारी की है साधना, नारी का है त्याग । रोम-रोम मन्नत करें, फूले –फले सुहाग ।। … Read More

Poem in the time of coronavirus | इंसान – इंसान के काम ना आ रहा

Poem in the time of coronavirus इंसान – इंसान के काम ना आ रहा, इंसान- इंसान के काम ना आ रहा, यह कैसा घनघोर अंधेरा छा रहा, त्राहिमाम मची हैं … Read More

सत्ता से सड़क का‌ हिंदी में /सम्पूर्णानंद मिश्र

सत्ता से सड़क का‌ हिंदी में  / सम्पूर्णानंद मिश्र :  कविता अपने समय और परिवेश की अभिव्यक्ति होती है। जिन्हें एक संवेदनशील मनुष्य शब्दों के माध्यम से आकार प्रदान करता … Read More

Prarthana | Hindi Prayer Poem| सीताराम चौहान पथिक

Prarthana | Hindi Prayer Poem| सीताराम चौहान पथिक : प्रस्तुत रचना में लेखक प्रार्थना कर रहे है , ईश्वर से कि देश में राम-राज्य हो अर्थात देश की जनता में … Read More

भज ले तू श्री राम / हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’

भज ले तू श्री राम / हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’ रचना हिंदी रचनाकार पाठको के समक्ष प्रस्तुत है , रचना में लेखक का सन्देश है जब मनुष्य को जन्म प्राप्त हुआ … Read More

हस्ताक्षर बियाबान का /सम्पूर्णानंद मिश्र | New Poetry

हस्ताक्षर बियाबान का /सम्पूर्णानंद मिश्र | New Poetry हस्ताक्षर बियाबान का कोसा जा रहा है वक़्त को इस समय कि ज़ालिम है बेरहम है हस्ताक्षर है उजड़े बियाबान का सिंदूर … Read More

सीता की व्यथा | सीताराम चौहान पथिक

हिंदीरचनाकर के  पाठकों के लिए वरिष्ठ साहित्यकार सीताराम चौहान पथिक की  रचना सीता की व्यथा प्रस्तुत है , रचना में सीता माँ के गुणों को व्यक्त किया गया हैं आदर्श … Read More

रोग बड़ा कोरोना आया / बाबा कल्पनेश

आज हम  बाबा कल्पनेश की दो   रचना  पढ़ेंगे रोग बड़ा कोरोना आया  और गीत श्रृंगार, हमे आशा है कि प्रस्तुत रचनाएं आपको नया सन्देश देंगी।  रोग बड़ा कोरोना आया रोग … Read More

Sad Hindi kavita | मैं और तुम | सीताराम चौहान पथिक

Sad Hindi kavita | मैं और तुम |  मैं और तुम  याद तुम्हारी जब जब आई , तड़पा हूं मैं खूब यहां , तुमको जो मंजूर  नहीं था , रोया … Read More

Short Poem on Nature in Hindi

प्रकृति का कहर कोरोना ज़हर है प्रकृति का कहर है कुत्ता,बिल्ली,सांप, चमगादड़ का भक्षण करके चीन ने इस ज़हर को फैलाया है इन मासूम निर्दोष जीव-जंतुओं को ख़ून के आंसू … Read More

Hasya vyang | पत्नी-चालीसा |पवन शर्मा परमार्थी

Hasya vyang | पत्नी-चालीसा |पवन शर्मा परमार्थी पत्नी-चालीसा हाथ जोड़कर कीजिये, पत्नी को प्रणाम, पूजा उसकी कीजिये, भैया सुबहो-शाम। अपनी प्रिया पत्नी के, बने रहिए गुलाम, इसी तरह किया अगर … Read More

मेरी मां एक नज़्म – सविता चड्ढा

मेरी मां एक नज़्म   मेरी माँ मेरी मां के पास बहुत सीमित धन था उसने मंदिर गुरुद्वारों में कभी लंगर नहीं लगाया था कोई बड़ा दान पुण्य का काम … Read More