एक गीत देश के नाम /  कवि सुरेंद्र शर्मा सुमन

एक गीत देश के नाम /  कवि सुरेंद्र शर्मा सुमन

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एक गीत देश के नाम


एक गीत देश के नाम।।
जहाँ से न्यारा अपना देश, प्राण से प्यारा अपना देश।
सत्य अहिंसा परमोधर्मा का देता संदेश।।

कयी जातियों धर्मो का है यहाँ अनूठा संगम।
वन उपवन पर्वत मालाएं है अति दृश्य बिहंगम।।

खान पान भाषा का जब कि भिन्न भिन्न परिवेश।
कल कल सरिताएं बहतीं झर झर झरते झरने।
उमड़ घुमड़ कर घन आते हैं सदा यहीं जल भरने।।

महावीर गौतम व्यास औ प्रकट हुये अवधेश।
यहीं गूंजती वेद ऋचाएं औ शास्त्रों की वानी।
परा और अपरा विद्या की महिमा जग ने जानी।।

श्री कृष्ण ने भी गीता का यहीं दिया उपदेश।
ऋषि मुनियों की तपस्थली ये ही विज्ञान प्रदाता।
शुभ्र हिमालय हिम आच्छादित पावन गंगा माता।।

गिरि कैलाश रमाए धूनी रहते उमा महेश।
यहीं धनंजय धर्मराज की धर्म ध्वजा फहरानी।
यहीं कर्ण सा मित्र हो गया ऋषि दधीचि सा दानी।।

सुमन ज्ञान का हुआ यहीं से जग में श्री गणेश।
हमारा प्यारा भारत देश, जहाँ से न्यारा भारत देश।। जय हिंद

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 कवि सुरेंद्र शर्मा सुमन

छतरपुर मध्य प्रदेश 9752359653

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