Kalam Kee Niyati- कलम की नियति / ज्योति गुप्ता

Kalam Kee Niyati- कलम की नियति / ज्योति गुप्ता

प्रस्तुत कविता में लेखिका  के द्वारा  कलम की नियति  का वर्णन किया गया है कि कलम के द्वारा सुख समृद्धि को लिखा जा सकता है , लेखनी नहीं चाहती है कि  विनाश,दुःख, जैसे  बिन्दुओ पर उसके द्वारा  लिखा जाये , लेकिन समाज सुधारकों के द्वारा   कोरे पन्नो पर अथाह पीड़ाए लिखी गई।  अतः  हमारा  प्रयास होना चाहिए कि हमारी कलम समाज के सुधार के लिए चले ,  जिससे एक उत्तम समाज का निर्माण हो सके।

कलम की नियति


रंग बिरंगी स्याही से
गुलाबी पन्नो पर
चाहती है
कलम लिखना
समृद्धि,सुख,
और
प्रेम,

काली स्याही से
कोरे उजले पन्नो पर
नही चाहती है
कलम लिखना
विनाश,दुःख,
और
घृणा..

किन्तु,
कोरे पन्नो पर
अथाह पीड़ाए लिखी गई

और
गुलाबी पन्नो पर
अथाह अनुराग न लिख पाना ही
एक कलम की नियति हुई।

ज्योति गुप्ता


 

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