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गांव की मिट्टी पर कविता | गांव की यादें | नारायण दोगाया का परिचय

गांव की मिट्टी पर कविता  | गांव की यादें  | नारायण दोगाया

लेखक का परिचय

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नाम – नारायण दोगाया

जन्मस्थान  – मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के राहड़कोट गांव

जन्मतिथि – 10 अगस्त 2000

पिता का नाम – श्री भलाजी दोगाया

माताजी का नाम -श्रीमती राधा दोगाया

विधा – मंच संचालन, गायन, काव्य वाचन, पाठन, लेखन आदि।

पेशा – भारतीय हिन्दी कवि, वक्ता और अभियांत्रिकी का विद्यार्थी

कॉन्टेक्ट नं.-6377829460

ईमेल- narayandogaya1008@gmail.com

कुछ शब्दों में कैसे लिख दूं

मजा मेरे गांव का


चिड़ियां की चहक, मिट्टी की महक,
नीला अम्बर,नीली नदिया,
जम के नाचे खेतों की बगिया,
गर्मी का मोसम,पीपल की छाव का,
कुछ शब्दों में कैसे लिख दूं मजा मेरे गांव का….

सब मिल रहते साथ यहां,
ना धर्म जात पर दंगे है,
मुस्लिम लेते राम नाम,
और हिंदू अल्लाह के बंदे है,
कोयल की मीठी बोली या कव्वे की कांव-कांव का
कुछ शब्दों में कैसे लिख दूं मजा मेरे गांव का….

फल,फुल,नर,वानर कहते
मां(प्राकृति) तेरा हार्दिक वंदन है
हर पथिक, राह चलते का
हर घर में ही अभिनंदन है
पेड़ो से बंधे झूलों का और नदिया में चलती नाव का
कुछ शब्दों में कैसे लिख दूं मजा मेरे गांव का….

सुख शान्ति का मौसम रहता
हर दिन एक त्यौहार है,
शहरों से तो गांव भले
जिनकी वायु में ही प्यार है,
पिता पुत्र, दादा नाना या हर संस्कारी भाव का,
कुछ शब्दों में कैसे लिख दूं मजा मेरे गांव का….

 नारायण दोगाया
( राहड़कोट, खरगोन मप्र )

 

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