होली गीत : लाल हरा रंग नीला पीला,लेकर आई होली |दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’

होली गीत लाल हरा रंग नीला पीला,लेकर आई होली।होली गीत सुनाती आई,फगुहारों की टोली।ढोल,मंजीरा,झांझ लिए,सब होली गीत सुनावें।सुंदर-सुंदर गीत सभी के,मन को खूब लुभावें।सब के सब मस्ती में डूबे,छाने भांग … Read More

किसान शहीद दिवस पर कविता | दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’

किसान शहीद दिवस पर | दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’ मातृभूमि के लिए लड़े,और लिख दी नई कहानी।जिनके लहू से लाल हुआ था,सई नदी का पानी।दन-दन-दन-दन गोली चलती,आगे बढ़ते जाते।इंकलाब का … Read More

देशगीत | ये मेरे प्यारे देश सुनों,मैं तेरे ही गुण गाता हूं | दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’

ये मेरे प्यारे देश सुनों,मैं तेरे ही गुण गाता हूं।इस तन में जब तक जान बची,मैं तुझको शीश झुकाता हूं।तुझसे जुगुनू की चमक यहां,तुझसे फूलों की घाटी है।तुझसे झरनों का … Read More

छोटी सी गौरैया | दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’

छोटी सी गौरैया छोटी सी होती गौरैया,झुंड में आ जातीं गौरैया।आंगन में फिर फुदक-फुदक कर,सबका मन भातीं गौरैया।चूं-चूं चीं-चीं वे हैं करती,अपनीं भाषा में कुछ कहतीं।दानें चुगनें झट आ जातीं,अपना … Read More

एक वासंती गीत | दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’

एक वासंती गीत | दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’ एक वासंती गीत शीत दूर हो रही,सूर्य ताप छा गया।लो वसंत आ गया,लो वसंत आ गया।बह रही वासंती पवन,मन मयूर नाचता।शीत ने … Read More

करवा चौथ | दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश”

करवा चौथ | दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश” चांद का सारा दिन, इंतजार होता है।फिर रात मेंउसका,दीदार होता है। हे चांद जल्दी आना,छिपना नहीं।मैं छत पर जाऊंगी,रूकना नहीं।मैं सब कुछ अच्छा … Read More

विरह गीत – दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश” | virah geet

विरह गीत – दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश” | virah geet प्रस्तुत गीत  वरिष्ठ गीतकार दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश”  के   द्वारा स्वरचित रचना  विरह गीत में प्रेमी और प्रेमिका  के   भाव … Read More

Hawa par kavita- हवा पर छोटी कविता

Hawa par kavita- हवा पर छोटी कविता हवा /वायु प्राण वायु की अहमियत अब पता चल रही है, कोरोना से हर गली जल रही है। बड़े-बड़े दरख्तों को, काट कर … Read More

poem on maa durga- देवी पर कविता

poem on maa durga जय माता दी आया हूं तेरे द्वार, माता शेरावाली। दे दे अपना प्यार, माता शेरावाली। दूर कहीं पर बैठे-बैठे, तू संसार चलाये‌। तेरे आगे देव और … Read More

Holi Geet lyrics in hindi | होली गीत 

Holi Geet lyrics in hindi होली गीत  आई है फिर से अब होली, धूम मचाओ करो ठिठोली। रंगों की बौछार हुई है, गोझियों की भरमार हुई है। फागुन के मधुरस … Read More

Gauriya diwas par kavita/ दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश” रायबरेली

Gauriya diwas par kavita: प्रति वर्ष २० मार्च को  पूरा संसार विश्व गौरैया दिवस मनाता है जो पक्षियों के प्रति जागरूकता  को बढ़ावा देता है।  इस दिवस का मुख्य उद्देश्य … Read More

Mahila diwas par kavita/दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश”

मैं नारी हूं (Mahila diwas par kavita) मैं नारी हूं,मैं नारी हूं, नारी बचन निभाती हूं। छोटों से लेकर अग्रज तक, अपना प्यार लुटाती हूं। मैं चाची,नानी वैसी हूं, अम्मा,बुआ … Read More

bhaarateey basant geet /दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश”

बसंत गीत  (bhaarateey basant geet) कलियों ने घूंघट खोल दिए, पत्ती-पत्ती       मुसकाई।   कोयल ने अपना गीत सुनाया, तब       बसंत     ऋतु     आई।   मलय … Read More