Kalam Kee Niyati- कलम की नियति / ज्योति गुप्ता

Kalam Kee Niyati- कलम की नियति / ज्योति गुप्ता प्रस्तुत कविता में लेखिका  के द्वारा  कलम की नियति  का वर्णन किया गया है कि कलम के द्वारा सुख समृद्धि को … Read More

Sab Achchha ho jaega – सब अच्छा हो जाएगा/ ज्योति गुप्ता

Sab Achchha ho jaega: जब हर जगह निराशा है, साल आधा भी नही बिता एक और कोरोना जैसी महामारी , दूसरी और चक्रवात उस स्थिति में लेखिका ने सकारात्मक सोच … Read More

Motivational Poetry in Corona time – रखने है हौसले बुलंद

Motivational Poetry in Corona time रखने है हौसले बुलंद हर तरफ़ मचा है शोर हाहाकार है घनघोर, सांसों को तरसती रोती बिलखती, मां के आंचल मे लिपटी, कही पिता के … Read More

Poem about Mother in Hindi | माँ पर कविता हिंदी में

Poem about Mother in Hindi | माँ पर कविता हिंदी में माँ पर बेहतरीन कविता  मां का हाथ हींग की डिबिया सा महकता है सादी दाल रोटी भी एक चमत्कार … Read More

कामकाजी महिलाओं पर कविता/ज्योति गुप्ता

कामकाजी महिलाओं पर कविता /ज्योति गुप्ता कुछ एक सा होगा पैरों में छाले लिए तपती दोपहरी में मीलों नापना, और एक मजदूर होना, सुबह से दिन और दिन से रात … Read More