daree huee praja/डॉ० सम्पूर्णानंद मिश्र

डरी हुई प्रजा (daree huee praja) राजा था वह डराता था प्रजा को बहुत शोषक था वह भयाक्रांत थे शोषित उससे प्रशासन की बागडोर भी संभाली थी उसने अधीनस्थ कर्मचारियों … Read More