आह कहो या वाह | दोहा छन्द | हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’

दोहा छन्द स्नेह लुटाते फिर रहे,निज की नहिं परवाह,मानवता कहती यही,आह कहो या वाह।1। जीवन शैली मिट रही,ढूँढें नये रिवाज,अधुनातन की दौड़ में,गिरवी रखते लाज।2। फैशन के इस दौर में,धर्म-शर्म … Read More

बघेली में अषाढ़ी दोहे/नरेंद्र सिंह बघेल

प्रसंग वश चल रहे वार्तालाप से उपजे ग्रामीण परिवेश के कुछ बघेली में अषाढ़ी दोहे। प्रथम प्रयास। विनम्रता के साथ गलतियां क्षमा करेंगे। बघेली में अषाढ़ी दोहे/नरेंद्र सिंह बघेल १) … Read More

तपिश की अनुभूतियों के कुछ दोहे : नरेंद्र सिंह बघेल

तपिश की अनुभूतियों के कुछ दोहे : नरेंद्र सिंह बघेल सूरज की ऐसी तपिश,देखी पहली बार ।भुवन भाष्कर क्रोध में,करते यह व्यवहार ।।1।। प्रकृति के इस तंत्र को,हमने दिया निचोड़ … Read More

Vedika ke Dohe | वेदिका के दोहे

Vedika ke Dohe | वेदिका के दोहे देत सबहीं उपदेश धर्म का ,धर्म ना जाने कोय ,जस कागज का पुष्प ,इतर लगा खुश होय !!! वचन ना कड़वा देखिये ,मातपिता … Read More

पुष्पा श्रीवास्तव “शैली” के दोहे | प्रकृति हिंदीं गीत

पुष्पा श्रीवास्तव “शैली” के दोहे | प्रकृति हिंदीं गीत दोहे निमिया डोले द्वार की,कहे पते की बात। जो मुख को कडुआ करे,अंतर कर दे साफ।। गेंदा खिल हँसता कहे,मैं बासंती … Read More

Ramayani Dohe-रामायणी दोहे / सीताराम चौहान पथिक

रामायणी दोहे धोबी के सुन कटु वचन , आहत थे श्री राम । प्राण- प्रिया सीता तजी , जन – हितकारी राम ।। सिया पतिव्रता थी जदपि , अग्नि देव … Read More

Corona Se bachaav par kavita/हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’

Corona Se bachaav par kavita कोरोना से  बचाव पर कविता  मास्क लगाकर,दूरी रखिये , चाहो यदि निज खैर । अनदेखी न करना मेरा – नहीं किसी से बैर ।।1।। स्वस्थ … Read More

woman day hindi couplets-जय हिन्द काव्य धारा

woman day hindi couplets: विश्व महिला दिवस पर “जय हिन्द काव्य धारा” पटल की ओर से सभी मित्रो को हार्दिक शुभकामनाएं प्रस्तुत हैं दोहावली:- जय हिन्द काव्य धारा” पटल की … Read More

स्व गोपाल दास नीरज  कवि पर आधारित अष्ट दोहे

 गोपाल दास नीरज जी को भावांजलि ।। स्व गोपाल दास नीरज  कवि पर आधारित अष्ट दोहे नीरज-नीरज ही रहे , सदा     पंक      से दूर । मधुरिम गीतों … Read More