एक बासंती गीत | फिर से बसंत आया | नरेन्द्र सिंह बघेल

है ज़र्द -ज़र्द मौसम ,और मौसमी हवाएं ।इस प्यार के सफर में ,हम तेरे गीत गाएं ।।फिर से बसंत आया ,सूनी है अमराई ।तुम बिन गुजर गयी शब ,फिर याद … Read More

वसंत गीत | गीतकार दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’

फिर से अब नव बसंत आया,आया तो सबके मन को भाया।पीत फूल सरसों के फूल गए,उन पर आकर भंवरे भी झूल गए।महक उठी फूलों की क्यारियां,भंवरे अपने घर की राह … Read More

माँ शारदे वर दे | प्रतिभा इन्दु

शारदे वर दे मुझेमाँ शारदे वर दे ! है गहन पसरा अंधेरा ,दूर है अबतक सवेरा ,हो गई खुशियाँ तिरोहितपास है मातम घनेरा ।ज्ञान की उज्ज्वल किरण सेअर्श प्रखर भर … Read More

साथ कुछ पल | शैलेन्द्र कुमार

प्रीति भरी बातों के कुछ पलप्रतीक्षारत मुलाकातों के कुछ पलभंगिमाओं के, भावों के कुछ पलरिक्तता के, आभावों के कुछ पलअधिकार भरे मानों के कुछ पलस्वप्न भरे अरमानों के कुछ पलतुम्हारे … Read More