सरेनी गोलीकाण्ड का गौरवशाली इतिहास – 18 अगस्त 1942

रायबरेली जनपद के अंतर्गत बैसवारा का प्रमुख क्षेत्र सरेनी है। यहाँ पर लगने वाली साप्ताहिक बाजार में उन्नाव, फतेहपुर रायबरेली के व्यापारी खरीद-फरोख्त करने आते हैं। सरेनी गाँव का अस्तित्व … Read More

नरपुंगव राणा बेनी माधव बख़्श सिंह : वीरता के पर्याय // अशोक कुमार गौतम

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की सत्तावनवीं क्रांति में भारत के असंख्य वीरों ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध लोहा लिया। उनमें राणा बेनी माधव सिंह का नाम प्रमुख है। जिन्होंने देश की … Read More

श्री राम कालीन अर्थव्यवस्था का युग | अशोक कुमार गौतम

श्री राम कालीन अर्थव्यवस्था का युग | अशोक कुमार गौतम अयोध्या के राजा श्री रामचंद्र अखिल विश्व के नायक, लोकरक्षक, लोकरंजक ईश्वर हैं। उनके सम्पूर्ण जीवनशैली को भगवान के रूप … Read More

कबीर के राम और तुलसी के राम | अशोक कुमार गौतम

कबीर के राम और तुलसी के राम | अशोक कुमार गौतम “राम” शब्द को वैज्ञानिक आधार पर भी देखा जा सकता है। “रा” वर्ण का जोर से उच्चारण (महाप्राण ध्वनि) … Read More

लोकतंत्र में वंशगत प्रचलन रहेगा / Shravan Kumar Pandey Pathik

जब तक लोकतंत्र में वंशगत प्रचलन रहेगा,लोकतंत्र अपने स्थापित उद्देश्य से दूर रहेगा, हम भारतीयों में ,,,व्यक्ति पूजा का मानसिक दोष काफी गहरे प्रविष्ट हो चुका है, भारतीय व्यक्ति अपने … Read More

पिता के नाम एक शाम ‘शब्द श्रद्धांजलि’

20 फरवरी 2022 दिन रविवार को ‘ विद्या -प्रेम संस्कृति न्यास ‘ के तत्वावधान में पूज्य पिताजी स्वर्गीय श्री प्रेम किशोर पांडेय जी की पुण्यतिथि को ‘शब्द श्रद्धांजलि’ के रूप … Read More

राष्ट्रभाषा हिंदी की हमारे देश में क्या स्थिति है – सीमा श्रीवास्तव

राष्ट्रभाषा हिंदी की हमारे देश में क्या स्थिति है – सीमा श्रीवास्तव विश्व में बहुत से देश है और सभी देशों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है, भारत एक धर्मनिरपेक्ष … Read More

पुलिस पीर जाने नहिं कोई / अशोक कुमार गौतम

पुलिस पीर जाने नहिं कोई ‘पुलिस मित्र’ किसे कहा गया है  भारत की संस्कृति विश्व की प्राचीन संस्कृतियों में एक है। संस्कृति का अर्थ है- उत्तम या सुधरी हुई स्थिति। … Read More

sookshm avalokan/ दया शंकर का सूक्ष्म अवलोकन

क्या, लोक भाषा में सामान्य बोल–चाल तथा साहित्य की  भाषा में अन्तर नहीं होना चाहिये? sookshm avalokan: विगत में कुछ लम्बी अवधि से मैं अवलोकन करता आ रहा हूँ कि क्षेत्रीय बोली के नाम पर अधिकतर व्यक्ति,बोलते कुछ हैं और लिखते कुछ हैं  … Read More

bhaarateey saahity lekhan mein striyon kee bhoomika

(bhaarateey saahity lekhan mein striyon kee bhoomika) महादेवी वर्मा   भारतीय साहित्य लेखन में स्त्रियों की भूमिका (bhaarateey saahity lekhan mein striyon) भारत प्राचीनकाल से ही तार्किक, आध्यात्मिक, दार्शनिक तथा … Read More

Indian languages -भारतीय भाषाएँ : दशा, दिशा और भविष्य

भारतीय भाषाएँ : दशा, दिशा और भविष्य (indian languages) दयाशंकर   indian languages :सारी भारतीय भाषाएं अपने जीवन के सबसे गंभीर संकट के मुहाने पर खड़ी हैं। यह संकट अस्तित्व … Read More

hindi diwas par jankari – हिंदी हमारी है/दयाशंकर

  hindi diwas par jankari : सरकार अपने स्तर पर, हिंदी कार्यक्रम, प्रतियोगिताएँ,परिचर्चाएँ, संगोष्ठियाँ, सम्मेलन, बैठकें और नृत्य, गीत-संगीत के कार्यक्रम आदि हिंदी के लिए कराती हैं, विश्व में उतने कहीं … Read More

Ashok Kumar Gautam /चीफ प्रॉक्टर अशोक कुमार गौतम

” अंग्रेजी के अल्पज्ञान ने हिंदी को पंगु बना दिया है।” (Ashok Kumar Gautam) तकनीकी युग में ‘हिंदी रचनाकार’ वेबसाइट ने हिंदी को विश्वपटल पर स्थापित करने वीणा उठाया है, … Read More