बाल कविता | आओ चीकू,आओ पीहू मिलकर मकरसक्रांति मनाएं | प्रतिभा इन्दु
बाल कविता आओ चीकू,आओ पीहू ,मिलकर मकरसक्रांति मनाएं।आओ बेबू ,आओ कुहू,रंग बिरंगी पतंग उड़ाएं। ले धरती से नभ तक पहुँची ,नाप रही वो अम्बर का छोर।खुश होकर ,गुनगुन ! बोली,भइया … Read More
बाल कविता आओ चीकू,आओ पीहू ,मिलकर मकरसक्रांति मनाएं।आओ बेबू ,आओ कुहू,रंग बिरंगी पतंग उड़ाएं। ले धरती से नभ तक पहुँची ,नाप रही वो अम्बर का छोर।खुश होकर ,गुनगुन ! बोली,भइया … Read More
पवन धीरे धीरे बहे पवन।झूमे धरती नील गगन। कलियों की लोगंध उड़ीधूप लगाये पीठ छड़ीधरती नीचे कील गड़ी, महके खण्डहर , उच्च भवन।धीरे धीरे बहा पवन। अमवा चढ़ कोयल बोलेवापी … Read More
बाल कविता | मिलकर मकरसक्रांति मनाएं आओ चीकू,आओ पीहू ,मिलकर मकरसक्रांति मनाएं।आओ बेबू ,आओ कुहू,रंग बिरंगी पतंग उड़ाएं। ले धरती से नभ तक पहुँची ,नाप रही वो अम्बर का छोर।खुश … Read More
तीन बाल कविताएं | baal kavita in hindi १. बेचारा छात्र नीचे स्वाटर ऊपर स्वाटर , बीच में कमीज़ । टाई सीधी बांध ले , सीख ले तमीज ।। … Read More
चलो गगन में तितली बनकर । Hindi Poem for Kids चलो गगन में तितली बनकर,दूर घूम कर आयें हम ।देखें कितनी सुन्दर दुनिया,शाम ढ़ले घर आयें हम।टेक। बड़ा अजूबा लगता … Read More
Bal Kavita Maa – बाल कविता माँ / अरविन्द जायसवाल बाल कविता (माँ) नन्हें मुन्ने बालक बोले, घर आना चन्दा मामा, एक चाँद मेरे घर रहता, मिल जाना चन्दा मामा। … Read More
Bal – Sahitya | Pankho Waala Ghoda – पंखो वाला घोड़ा/ सीताराम चौहान पथिक बाल – साहित्य पंखो वाला घोड़ा पंखो वाला घोड़ा ला दे , मां , मैं उस … Read More
Barish Poem in Hindi | वर्षा ऋतु पर कविता / सीताराम चौहान पथिक वर्षा ऋतु बाल साहित्य बूंदे बरसीं छन- नन-छन , बादल बरसा घन-नन-घन । मेंढक ने ढोढी पिटवाई … Read More
Akhabaar Baal Kavita अखबार बाल – कविता बाबा का अखबार खो गया , पारा उनका पार हो गया । मम्मी- पापा पर वह बिगड़े , ला – परवाह हो, तभी … Read More
छात्र की वेदना (बाल कविता ) Baal kavita chhaatr kee vedana बस्ते भारी हो गये , कोई तनिक उठाए । शिक्षा के अधिकारियों , कुछ तो करो उपाय । पीने … Read More