तुम बहुत ही याद आए | डॉ०भगवान प्रसाद उपाध्याय | हिंदी गीत
दर्द के बादल उमड़ करआंख में ऐसे समायेमौन व्याकुल इस हृदय मेंतुम बहुत ही याद आये प्यार का मकरंद घोलेजो विहंसता था यहाँरूप वह भोला सलोनाआज खोया है कहाँ दीप … Read More
दर्द के बादल उमड़ करआंख में ऐसे समायेमौन व्याकुल इस हृदय मेंतुम बहुत ही याद आये प्यार का मकरंद घोलेजो विहंसता था यहाँरूप वह भोला सलोनाआज खोया है कहाँ दीप … Read More
हिंदी सदा महान रहेगी। लोगो की मीठी ज़ुबान रहे। हर हिंदुस्तानी की पहचान रहेगी। हिंदी बोलने वालो के लिए हिंदी शान रहेगी। परम हंस मौर्य गीतकार शायर रायबरेली उत्तर प्रदेश … Read More
वो मेरी हक़ीकत | नरेंद्र सिंह बघेल | हिंदी गीत वो मेरी हक़ीकत ,वो मेरा तराना ।कि तुम याद रखना,न तुम भूल जाना ।।कि संग- संग जो मिलकर ,गुजारे थे … Read More
ये जुल्फ बड़े कातिल,सॅवारा जो आपने | हरिश्चन्द्र त्रिपाठी’ हरीश’ चाह कर भी तुमसे,रुसवा न मैं हुआ,इकबार नजर भर कर,निहारा जो आपने।1। कोई गिला शिकायत,तुमसे नहीं रही,अपना समझ के प्यार … Read More
कट जाने दो तन्हॉ,जिन्दगी को यूॅ ‘हरीश ‘ हम बात मोहब्बत की,जुबॉ तक लाते हैं,वे बुरा न मान जायें,कह नहीं पाते हैं।1। गजब बेबशी है,हर एक जिन्दगी में,बस प्यार के … Read More
सृजन– गीत कब गायेगा | हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’ विश्व परिदृश्य का समसामयिक गीत सृजन – गीत कब गायेगा। कोई बता दे मानवता का ,परचम कब लहरायेगा,तहस-नहस को आतुर मानव,सृजन-गीत कब … Read More
नवल सृजन के अंकुर फूटें शान्ति दूत बन काल-चक्र को,हमें नियंत्रित करना होगा ,रक्षा कातर मानवता की,सत्य-न्याय हित करना होगा। टेक। उजड़ा घर , वीरान शहर है,विश्वपटल पर मचा कहर … Read More
लेखनी चलती रहो तुम लेखनी चलती रहो तुमबात सच कहती रहो तुम । स्याह नीली हो या पीलीलाल सूखी हो या गीलीभावनाओं संग में तुमरूप का आयाम हो तुमलेखनी चलती … Read More
आधार छंद वंशस्थ | बाबा कल्पनेश | हिंदी गीत आधार छंद-वंशस्थ उषा प्रभा गान करे सुना करो।जगी रहो और सदा गुना करो।। प्रिये सदा प्रेम भरी रहा करो।द्वेष भरे भाव … Read More
मन के जगमग दीप जलाएं / डॉ ब्रजेन्द्र नारायण द्विवेदी शैलेश राग द्वेष का जहां तिमिर है साथ साथ मिल दूर भगाएं मिल कर आपस में हम अपने मन के … Read More
आ गया राखी का त्यौहार / डॉ ब्रजेन्द्र नारायण द्विवेदी शैलेश आ गया राखी का त्यौहार आ गया राखी का त्यौहार बहना का भैया पर अपने बरसेगा शुभ प्यार।। आ … Read More
एक गीत देश के नाम / कवि सुरेंद्र शर्मा सुमन एक गीत देश के नाम एक गीत देश के नाम।। जहाँ से न्यारा अपना देश, प्राण से प्यारा अपना देश। … Read More
Sainik Ke Munh Se – सैनिक के मुंह से | देश गीत सैनिक के मुंह से ( देश गीत) ————————- वतन पर हम मिटें हैं हम, वतन के मीत कहलाते। … Read More
विरह गीत – दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश” | virah geet प्रस्तुत गीत वरिष्ठ गीतकार दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश” के द्वारा स्वरचित रचना विरह गीत में प्रेमी और प्रेमिका के भाव … Read More
बुड्ढा जब बोला करता | शारद वंदन – बाबा कल्पनेश बुड्ढा जब बोला करता वह बुड्ढा जब बोला करता,पीर छलक जाती थी। उसके बानी की प्रियता तो,मुझको अति भाती थी।। … Read More