anjali sharma hindi poetry- किस्मत और किसान- मितान
1. किस्मत (anjali sharma hindi poetry) anjali sharma hindi poetry ” हाय! ये किस्मत कैसी तेरी, मजबूरी पत्थर तोड़ने की। गरमी तपती कंचन काया, ठंड नहीं कुछ ओढ़ने की। … Read More
1. किस्मत (anjali sharma hindi poetry) anjali sharma hindi poetry ” हाय! ये किस्मत कैसी तेरी, मजबूरी पत्थर तोड़ने की। गरमी तपती कंचन काया, ठंड नहीं कुछ ओढ़ने की। … Read More
Mera astitva मेरा अस्तित्व Mera astitva इक छोटी सी हार से, कभी रुकना मत जो गलत हो उसके समक्ष कभी झुकना मत लोगों का क्या है पल में अपनी सोच … Read More
maa par panktiya माँ की याद मे कविता /वर्षिका सिंह माँ की याद मे कविता तेरे हाथों के संवारने से,मेरा बचपन सँवर गया। तेरी पलकों में ही,अब मेरा घर … Read More
fikar not hindi short story फिकर नॉट लघु कथा रामू सुबह–सुबह शराब पीकर लड़खड़ाते हुए आ रहा था। मुझे देखते ही दोनों हाथ जोड़ लिये और कहना लगा, दीदी माफी देना, मैने … Read More
jhuka hua dhvaj kavita झुका हुआ ध्वज झुका हुआ ध्वज रामनाथ तुम क्यों लड़खड़ा रहे हो ? तुम्हारे ओंठ क्यों फड़फड़ा रहे हैं क्या बात है तुम्हारे चेहरे का … Read More
hindi poetry aajamaish kalpana Awasthi kee आजमाइश आजमाइश इतनी कड़ी आजमाइश से मुझको गुजरना पड़ा, संवर रही थी जज्बातों से,पर टूट कर बिखरना पड़ा . कुछ चिरागों की रोशनी से ,अंधेरों … Read More
kitna akela hoon main कितना अकेला हूँ मैं नींद नहीं आती मौत भी नहीं आती, कितना अकेला हूँ मैं। आँखें हैं खोई–खोई रात भी ढलती नहीं, कितना अकेला हूँ मैं। … Read More
baba kalpnesh patriotic geet मुक्तक विधाता छंद वतन पूँछे दुखी होकर अखंडित कब बनाओगे। image credit by wikipedia रचे जो कीर्ति की माला उसी की कीर्ति … Read More
maa bharti||patriotic geet माँ भारती ओ मेरे दुख सुख के साथी,वंदना तेरे नाम की, सारी खुशियाँ दे दी तूने, बिन कहे बेदाम की। ओ मेरे दुख सुख के साथी, वंदना … Read More
memane kee vyatha मेमने की व्यथा “मेमने ने माँ से पूछा, माँ कत्ल कैसे होता है और बलि कैसे चढ़ाई जाती है। मेमने के सवाल से माँ घबराई मेमने … Read More
स्वाधीन राष्ट्र (svaadheen raashtr) स्वाधीन राष्ट्र स्वाधीन राष्ट्र प्रिय राष्ट्र , तू ही ज़िन्दगी । तुझको हमारी बंदगी ।। तू ही तो जीवन – गीत है । आनंदमय संगीत है … Read More
apana prakaash apana prakaash अपना प्रकाश अपना प्रकाश चाहे चट्टाने लाख अड़े या और किसिम की बाधा हो। वह सरिता कैसे रुक जाये जिसका सागर से वादा हो। यह … Read More
kisan aandolan par kavita कृषक आन्दोलन का इतिहास बहुत पुराना है और विश्व के सभी भागों में अलग-अलग समय पर किसानों ने कृषि नीति में परिवर्तन करने के लिये आन्दोलन … Read More
insaan ek bulabula इन्सान —एक बुलबुला इन्सान – क्या है ॽ पानी का एक बुलबुला । घमंड इतना भरा , जैसे खुद हो खुदा । वक्त से डर , … Read More
rishte poetry in hindi रिश्तो पर कविता /कल्पना अवस्थी जिन रिश्तों को दिल से ना निभाया जाए फिर कभी ऐसे रिश्तों को ना बनाया जाए हर रिश्ता विश्वास की नींव … Read More
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