पीर तन्हा है और जवां तन्हा | आर.सी. वर्मा ‘साहिल’
पीर तन्हा है और जवां तन्हा | आर.सी. वर्मा ‘साहिल’ पीर तन्हा है और जवां तन्हाहर बशर तन्हा, है जहां तन्हा गोद में चाँद तारे हैं चाहेफिर भी लगता है … Read More
पीर तन्हा है और जवां तन्हा | आर.सी. वर्मा ‘साहिल’ पीर तन्हा है और जवां तन्हाहर बशर तन्हा, है जहां तन्हा गोद में चाँद तारे हैं चाहेफिर भी लगता है … Read More
यूँ बेवज़ह इल्ज़ाम लगाने के बाद भी ।वो खुश नही है मुझको रूलाने के बाद भी ।। रहते नहीं हैं याद कई लोग मिल के भी । कूछ भूलते नही … Read More
कुछ खोया था कुछ पाया था। हर तरफ नफरतों का साया था। गम में डूबा था दिल चारो तरफ तन्हाई थी फिर भी मैं कदम कदम पे मुस्कुराया था। अपनो … Read More
मुद्दतें हो गईं मुस्कराए हुए / राजेंद्र वर्मा ‘राज’ कितने बादल उदासी के छाए हुए।मुद्दतें हो गईं मुस्कराए हुए।। अब मैं अपना किसी को भी कहता नहीं।जिनको अपना कहा सब … Read More
हल्का हल्का सुरूर है साक़ी / नरेंद्र सिंह बघेल ( तरन्नुम से गुनगुनाने को} हल्का हल्का सुरूर है साक़ी ।कोई चाहत जरूर है साक़ी ।।हल्का हल्का ———बिन पिए खुद-ब -खुद … Read More
आशा शैली की ग़ज़ल ख्वाब में जो है मिला, सुब्ह बिखरने वालाबाग उम्मीद का देखा न संवरने वाला उसकी बातों का मैं किस तरह भरोसा कर लूँवो जो कर करके … Read More
तेरा मेरा नाता नदी नीर के नाते जैसा, तेरा मेरा नातातुझे पकड़ने दौडूँ मैं पर तू ओझल हो जाता परछाईं सूरज से मिलकर जैसे सब को छलतीतेरी मेरी लुकाछिपी भी … Read More
Asha Shailee Gazal | आशा शैली की ग़ज़ल मसले को बड़े प्यार से सुलझाना चाहिएहाँ, चाहतों को दिल भी तो दीवाना चाहिए सजदे कुबूल होंगे एक दिन यकीन हैउसकी गली … Read More
लाचारी | Hindi Gazal Lachari हर साथ ढूंढता है कोई ,बस – साथ के लिए ।हर हाथ ढूंढता है कोई ,इक हाथ- – के लिए ।। कितना बदल गया है … Read More
Jung Aur Aman – जंग और अमन / सीताराम चौहान पथिक जंग और अमन ज़िन्दगी सरगम है इक – – – , रागों में गाता जा रहा हूं । तार … Read More
Best Ghazal Of Asha Shaili – आशा शैली की चुनिंदा ग़ज़ले आशा शैली की चुनिंदा ग़ज़ले १. तरबतर हो गया इक अश्क से सहरा कैसे, इस कदर दर्द का दरया … Read More
Hindi Ghazal Shukriya – शुक्रिया / सीताराम चौहान पथिक शुक्रिया ऐ दोस्त , तेरे प्यार को , हर्गिज भुला ना पाऊंगा , एहसान तेरे इस कदर , कैसे इन्हें चुकाऊंगा … Read More
Motivational Ghazal In Hindi- पवन शर्मा परमार्थी ग़ज़ल -१ किसी प्रकार बेटियों को, यहाँ बचाया जाय? उनके लिए आंदोलन, एक चलाया जाय। न्याय, होते न्याय नहीं, होता है देश में, … Read More
Corona Par Gazal- ग़ज़ल कोरोना पर क्रूरकाल है साथियों हर तरफ़ फैला कोरोना, क्रूरकाल है साथियों, सबको पड़ गया है रोना, क्रूरकाल है साथियों। सही सलामत आदमी भी, छोड़ दुनिया … Read More
Motivational Gazal on Corona Pandemic मुश्किलें कुछ भले ही उड़ानों में हैं। मुश्किलें कुछ भले ही उड़ानों में हैं। पर मेरे हौसलें आसमानों में हैं।। तू मिटाकर मुझे इस क़दर … Read More