Param Hans Maurya ki Mohabbat par kavita

सारा शहर मोहब्बत में बीमार था। हर किसी को किसी का इंतजार था। किसी की आंखों में चाहत तो किसी के होठों पे इज़हार था। एक हम ही अकेले थे … Read More

परम हंस मौर्य हिंदी दिवस पर मुक्तक

हिंदी सदा महान रहेगी। लोगो की मीठी ज़ुबान रहे। हर हिंदुस्तानी की पहचान रहेगी। हिंदी बोलने वालो के लिए हिंदी शान रहेगी। परम हंस मौर्य गीतकार शायर रायबरेली उत्तर प्रदेश … Read More

युवा हैं हम | प्रतिभा पाण्डेय”प्रति” | Hindi Diwas par Nayi Kavita

युवा हैं हम हम युवा हिन्दी से हिन्दुस्तान का गौरव बढायेंगे,तन मन धन से निजभाषा उन्नति का नारा लगायेंगे | अभिनंदन संस्कृति का, अभिलाषा जन-गण-मन गाते रहें,हिन्दी से हिन्दुस्तान का … Read More

देखो आज हमारी हिन्दी | हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश

देखो आज हमारी हिन्दी भारत है सिरमौर विश्व का,सुन्दर भाल लगाये बिन्दी,यू एन ओ में गूंज रही है,देखो आज हमारी हिन्दी ।टेक। तुलसी ,सूर,कबीरा हिन्दी,सबसे कहती पीरा हिन्दी।नानक,रसखान,बिहारी व-श्याम दिवानी … Read More

हिंदी से पहचान हमारी |बाबा कल्पनेश

हिंदी से पहचान हमारी,मगन करे नभ गान।भारत माता के पुत्रों को,हिंदी है वरदान।।अँग्रेजों अब भारत छोड़ो,हिंदी की ललकार।थर्राए थे गोरे सुनकर,समझ गए निज हार।। था अगस्त अड़तालिस का वह,गए राष्ट्र … Read More

पहला-पहला जब शब्द सुना | Hindi Diwas Poetry in Hindi

हिन्दी पहला-पहला जब शब्द सुना ।माॅं ने हिन्दी को तभी चुना ।जब कलम हाथ में आई थी ।तन- मन में हिन्दी छाई थी !! तुतलाकर बोला प्रथम बार!निकला था मुॅंह … Read More

गुरु | रश्मि लहर | Teacher Day Hindi Poetry

गुरु बदल देते हैं जीवन-मूल्य,विस्मृत कर देते हैंबड़ी से बड़ी भूल।सुलझा देते हैं मन का हर उलझा-भाव,लुप्त हो जाते हैं जीवन के अभावजब मेरे पास होते हैं गुरु! भले अदृश्य … Read More