subhash chandra bose poem in hindi/ पराक्रम दिवस कविता

subhash chandra bose poem in hindi :  प्रेमलता शर्मा  की  रचना पराक्रम दिवस पर कविता सुभाष  चंद्र बोस जयंती २०२१ पर  भारत सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया कि इस वर्ष पूरा हिन्दुस्तान  २३ जनवरी को  पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जायेगा इस उपलक्ष्य में वीर सपूत सुभाष  चंद्र बोस जयंती पर सभी साहित्यकार और हिंदी रचनाकार टीम का नमन है आजादी  के नायक को प्रस्तुत है रचना

 

पराक्रम दिवस पर कविता


वह बंगाल का बाघ था
बड़ा ही धुरंधर वीर था
देश की देश के खातिर कुछ कर गुजरने का

उसके दिल में सैलाब था
सिंह सी दहाड़ थी
शत्रुओं पर बज्र बन टूटने की चाह थी
आजादी का बिगुल उसने बजा दिया
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा
उसका यह शंखनाद

चारों दिशाओं में गूंज गया
हाय लेकिन विधाता को

कुछ और ही मंजूर था
उस मां के लाल को ना जाने

किसकी नजर लग गई
अपने सपने को साकार होते देखने से पहले
वह रण बांकुरा इस जहां से गुमनाम हो गया
यह पहेली आज तक भी अनसुलझी रह गई
कि उसे धरती मां ने अपनी गोद में समेटा या आसमान निगल गया

subhash- chandra-bose -poem-hindi

प्रेमलता शर्मा

अन्य रचना पढ़े :

आपको subhash chandra bose poem in hindi/ पराक्रम दिवस कविता प्रेमलता शर्मा की हिंदी कविता कैसी लगी अपने सुझाव कमेन्ट बॉक्स मे अवश्य बताए अच्छी लगे तो फ़ेसबुक, ट्विटर, आदि सामाजिक मंचो पर शेयर करें इससे हमारी टीम का उत्साह बढ़ता है।

आपकी रचना को हिंदीरचनाकार देगा नया मुक़ाम, रचना भेजने के लिए help@hindirachnakar.in सम्पर्क कर सकते है| whatsapp के माद्यम से रचना भेजने के लिए 91 94540 02444, ९६२१३१३६०९ संपर्क कर कर सकते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *