gati kavita – गति कविता /प्रेमलता शर्मा

gati kavita- हिंदी रचनाकार के मंच पर वरिष्ठ साहित्यकार प्रेमलता शर्मा की हिंदी कविता गति जो हर मानव को सन्देश देती है हमे समय के अनुसार चलना होगा जीवन चक्र में  सुख -दुःख जीवन के हिस्सा है वह राजा हो या रंक पर कामनाओं पर विजय वही प्राप्त कर पता जो समय के अनुसार अपने को ढाल लेता है वही सच्चा योद्धा इस संसार में कहलायेगा जिसने समय की गति से अपने कार्यो को व्यवस्थित कर लिया है , हमे आशा है कि इस कविता से आप कुछ सीखते है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताये इससे हमें और गुणवत्ता पूर्ण कविता बनाने में सहायता मिलेगी प्रस्तुत है रचना –

गति


जीवन के चक्र का आधार ही चलते रहना है
हर मुश्किल का चीर के सीना

आगे बढ़ते रहना है
समय से तुम चलना सीखो

अविराम जो चलते रहता है
और समय की इस चक्की से

कोई नहीं बच सकता है
आगे ही पग जिसके पड़ते हैं

कभी न वो पीछे मुड़ते हैं
जीवन के संग्राम पथ पर
वह योद्धा ही विजयी  होते हैं
गति ही सफलता का सूचक है
गति ही जय का मुख्य द्धार  है
बिना गति के मानव जीवन

व्यर्थ और निश  प्राण है । 

gati -kavita
प्रेमलता शर्मा
रायबरेली

अन्य रचना पढ़े :

  1.  हौसला 
  2. बचपन की कविता 

आपको gati kavita – गति कविता /प्रेमलता शर्मा की हिंदी कविता कैसी लगी अपने सुझाव कमेन्ट बॉक्स मे अवश्य बताए अच्छी लगे तो फ़ेसबुक, ट्विटर, आदि सामाजिक मंचो पर शेयर करें इससे हमारी टीम का उत्साह बढ़ता है।
हिंदीरचनाकार (डिसक्लेमर) : लेखक या सम्पादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ सम्पादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। हिंदी रचनाकार में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं और हिंदीरचनाकार टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है।|आपकी रचनात्मकता को हिंदीरचनाकार देगा नया मुक़ाम, रचना भेजने के लिए help@hindirachnakar.in सम्पर्क कर सकते है| whatsapp के माद्यम से रचना भेजने के लिए 91 94540 02444, ९६२१३१३६०९ संपर्क कर कर सकते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *