छप्पय छंद और गंगोदक सवैया/बाबा कल्पनेश
छप्पय छंद और गंगोदक सवैया 1 . छप्पय छंद करना यदि सत्संग,चले देवरी तक आएं। शिव का पावन धाम,करें दर्शन हरषाएं।। संत रसमयानंद,किया करते शिव पूजन। वेद मंत्र का गान,हिया … Read More
छप्पय छंद और गंगोदक सवैया 1 . छप्पय छंद करना यदि सत्संग,चले देवरी तक आएं। शिव का पावन धाम,करें दर्शन हरषाएं।। संत रसमयानंद,किया करते शिव पूजन। वेद मंत्र का गान,हिया … Read More