परिवर्तन-parivartan hindi kavita-डॉ.संपूर्णानंद मिश्र
parivartan hindi kavita परिवर्तन परिवर्तनशील है यह संसार यह ध्रुव सत्य है नहीं है इसमें कोई संदेह आज जो चल रहा है कल बिल्कुल नहीं होगा नहीं संकोच करती है … Read More
parivartan hindi kavita परिवर्तन परिवर्तनशील है यह संसार यह ध्रुव सत्य है नहीं है इसमें कोई संदेह आज जो चल रहा है कल बिल्कुल नहीं होगा नहीं संकोच करती है … Read More
hindi poetry ek mutthee raakh एक मुट्ठी राख एक मुट्ठी राख में सब हुस्न उसका मिल गया , प्रेम की प्रतिमा थी वह , देखा कलेजा हिल गया , सौन्दर्य … Read More
penshanars kee vyatha *पेंशनर्स की व्यथा* —————————– खो देता है बुद्धि, विवेक मनुष्य प्राप्त करने में इसको रेत देता है गला संबंधों का भी बड़ी ताकत होती है पैसे में … Read More
bhagwan shri ram par kavita कहां मिलेंगे राम ॽ बोल अवध की माटी – तू ही, कहां मिलेंगे राम ॽ तेरी ही माटी में खेले थे – त्रेता … Read More
डॉ. रसिक किशोर सिंह ‘नीरज’ की इलाहाबाद से वर्ष 2003 में प्रकाशित पुस्तक ‘अभिलाषायें स्वर की’ काव्य संकलन में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गीत कारों ,साहित्यकारों ने उनके साहित्य पर अपनी सम्मति प्रकट करते … Read More
itihaas likhata raha: डॉ सम्पूर्णान्द मिश्र की रचना इतिहास लिखता रहा हिंदीरचनाकर पाठको के सामने प्रस्तुत है इतिहास लिखता रहा कुछ समय निकाल कर हंस लूंगा चाहे … Read More
rashtiya vedana hindi kavita : सीताराम चौहान पथिक की रचना राष्ट्रीय वेदना हिंदी कविता देशभक्ति की भावना जाग्रत करती है प्रस्तुत है रचना राष्ट्रीय – वेदना । भारत मेरा … Read More
bhadhak hota hai moh: डॉ.संपूर्णानंद मिश्र की रचना बाधक होता है मोह हिंदी रचनाकार पाठको के सामने प्रस्तुत है बाधक होता है मोह बाधक होता है मोह लक्ष्य में अपने … Read More
(ravan hindi kavita) रावण पर हिंदी कविता रावण रावण, क्यों बना रावण ॽ यह उसकी पहली और आखिरी गलती नहीं थी क्यों चूराया उसने सीता को ॽ उसके पास … Read More
sangrsh hindi kavita- संपूर्णानंद मिश्र संघर्ष कामयाबी की सीढ़ियों पर चढ़ना चाहिए हमेशा धीरे-धीरे ख़तरा होता है ऊंची छलांग में ऊंची छलांग में शिनाख़्त मिटा देता है आदमी अपनी भय होता है हमेशा गिरने का खिसक जाती है अपनी ज़मीन सुननी चाहिए आत्मा की आवाज़ संघर्ष की भट्ठी में तपाना चाहिए अपने को कुंदन बनने के लिए ज़रूरत पड़ती है तीक्ष्ण आंच की जलाना पड़ता है स्व को गलाना भी पड़ता है … Read More
bachpan geet-दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश” bachpan geet durgesh verma बचपन गीत —————————– आजा बचपन लौट हमारे द्वारे। कागज की एक नाव लिए मैं बैठा हूं, साथ … Read More
shaeed shailendra pratap par kavita शहीद शैलेन्द्र प्रताप पर कविता बालक शैलेन्द्र का बाल्यकाल, ग्रामांचल मध्य व्यतीत हुआ। प्रारंभिक शिक्षा हेतु माता ने, ननिहाल नगर को भेज दिया । … Read More
Anand Singhanpuri Chhattisgarh -biography Anand Singhanpuri Chhattisgarh आनंद सिंघनपुरी का जीवन परिचय जन्म– रायगढ़(छत्तीसगढ़) शिक्षा- अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर व छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद … Read More
(Kavita hindi diwas) मेरे प्राणों सी प्रिय हिंदी मेरे प्राणों सी प्रिय हिंदी, सुखदा वरदा भवदा ललाम। जो गूंज रही है जन जन में, नित प्रगति पंथ मत ले … Read More
Dr rasik kishore singh neeraj ka rachna sansar Dr rasik kishore neeraj rachna sansar डॉ. रसिक किशोर सिंह ‘नीरज’ की इलाहाबाद से वर्ष 2003 में प्रकाशित पुस्तक ‘अभिलाषायें स्वर … Read More