सत्य की राह / वेदिका श्रीवास्तव

बार -बार प्रश्नो के प्रियवर, तीर तुमहे सहने होंगे ,तुम झूठ ना होकर भी बंधु,झूठे ही कहलाओगेविष अपमानो के भी तुमको संग -संग पीने होंगे |तीर तुमहे सहने …..चलना होगा … Read More