Hindi Poetry Mothers day -मां कहां हो/ संपूर्णानंद मिश्र

Hindi Poetry Mothers day मां कहां हो? दुनिया की नज़रों से छुपाती थी मुझे अपने सीने से लगाती थी तुम्हारे दूध का कोई मोल नहीं मां तेरी ममता का कोई … Read More