Kahaan Par Chhipee Ho – कहां पर छिपी हो ॽ
Kahaan Par Chhipee Ho : प्रस्तुत कविता सूफीवाद पर आधारित है जहां प्रेमी अर्थात नायक अपनी प्रेमिका अर्थात ब्रह्म को पाने के लिए कठोर साधना करता है । कहां पर … Read More
Kahaan Par Chhipee Ho : प्रस्तुत कविता सूफीवाद पर आधारित है जहां प्रेमी अर्थात नायक अपनी प्रेमिका अर्थात ब्रह्म को पाने के लिए कठोर साधना करता है । कहां पर … Read More