Paane Kee Aasha – पाने की आशा / अरविंद जायसवाल
पाने की आशा विरह की वेदना तारों से, चन्दा तक चली आई। न मैं समझा न वो समझे, बहारों तक चली आयी।। पपीहे ने कहा मुझसे, किधर … Read More
पाने की आशा विरह की वेदना तारों से, चन्दा तक चली आई। न मैं समझा न वो समझे, बहारों तक चली आयी।। पपीहे ने कहा मुझसे, किधर … Read More