डॉ. चक्रधर नलिन का जीवन परिचय | Biography of Dr. Chakradhar Nalin

डॉ. चक्रधर नलिन का जीवन परिचय | Biography of Dr. Chakradhar Nalin

सुप्रसिद्ध कवि , लेखक , बाल साहित्यकार एवं हिंदी सेवी डॉ. चक्रधर नलिन की स्मृति एवं अनवरत रचनाधर्मिता एवं क्षमता अचरज भी उपजाती है , आदर भी। प्रस्तुत है रायबरेली के सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार डॉ. चक्रधर नलिन का जीवन परिचय।

सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार डॉ. चक्रधर नलिन का जीवन परिचय ( Chakradhar Nalin Biography in hindi )

विषयजानकारिया
नामडॉ. चक्रधर नलिन
पत्नी
पुत्र
गोमती नलिन
जन्म 19 जुलाई 1939
जन्म स्थलपोस्ट – अटौरा बुजुर्ग , रायबरेली
मृत्यु
पिता रामेश्वर द्विवेदी
माता शीतला देवी
भाषा
शिक्षा

कृतित्व
हिन्दी , उर्दू , पंजाबी , मराठी ,गुजराती , अवधी
एमए (अंग्रेजी ) ,एल.एल.बी , सहित्य रत्न
वकालत , लेखन
राष्ट्रीयता
सम्पर्क
सम्मान
राष्ट्रीयता -हिन्दुस्तानी
सम्पर्क -प्रभु टाउन , रायबरेली -२२९००१ (उत्तरप्रदेश )
सम्मान : –
१. उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ द्वारा निरंकार देव बाल साहित्य इतिहास लेखन सम्मान
२. मनोहर सिंह महता स्मृति सम्मान २००४ भीलवाड़ा ( राजस्थान )
३. कविसभा सीतापुर २००५ का सारस्वत सम्मान
४. देश , विदेश के अनेक पुरस्कार तथा सम्मानों से समलंकृत पंजाबी , मराठी , गुजराती आदि भाषाओ में अनुवाद।
प्रमुख रचनाये नन्ही चिड़िया फुदक रही, सूर्य निकलने वाला है , बच्चे देश महान के , अच्छे मार्ग चले जीवन , अंतरिक्ष में जाने वाले हम , खुशियों के गीत, आओ बच्चो गाए गीत , बच्चे नहीं रुकेंगे ,खिले डाल पर हँसते फूल , बाल विज्ञान कविताजंलि आदि ( बाल काव्य ) , सोने का पिंजड़ा , बिल्ली रास्ता काट गई , नीला घोडा , सूझ -बूझ की कहानियाँ, सोने की वर्षा , जंगल की प्यास , फूल माला , देश के लिए , बलिदान का पथ , साहसिक कहानियाँ आदि ( बाल कहानियाँ ), आजादी की पुकार, देशभक्त आजाद , सबसे सूंदर फूल , सत्य का पुजारी , महामानव की विजय , अँधा कवि , रघुकुल का दीपक , जय हनुमान आदि (बाल नाटक ) काल पुरुष , हमारे प्रेरणा स्त्रोत , लाल बहादुर शास्त्री , सरदार बल्लभ भाई पटेल , भारत के हरिजन संत , आदि ( बाल जीवनी ) भारत दर्शन ( यात्रा वृतांत ) धीरे बहती नदी , फूल खिले ग्रन्थ उड़ी , त्याग -वंत , सृजन -स्वर आदि (काव्य ) ,पथ के पड़ाव , विचार वाणी , समय धारा , आदि (निबंध ), दूसरा वनवास , गोस्वामी तुलसीदास , मेरो दरद न जाने कोय , भाग्य रेखा आदि (नाटक )
एक थी बबिता (कहानी ) संपादन : भूला जनपद बिखरा इतिहास , रायबरेली : बीसवीं सदी , आदि सत्तर से अधिक कृतियाँ

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