जो गलत है उसका विरोध करो | अभिमन्यु पाल आलोचक
जो गलत है उसका विरोध करो | अभिमन्यु पाल आलोचक
जो गलत है उसका विरोध करो
निर्भीक बनो अवरोध करो
जो गलत है उसका विरोध करो,
यदि मानव हो तो मानव बनकर
तुम मानवता पर शोध करो,
जो गलत है उसका विरोध करो।
सिंही के जाने हो शेर बनो
आँचल में न छुपके बटेर बनो,
ना गलत करो ना करने दो
कुछ अलग करो मत ढेर बनो,
कुछ कर्म करो न विनोद करो
अपनी शक्ति का बोध करो,
जो गलत है उसका विरोध करो।
तालाब नहीं तुम सागर हो
मत समझो छोटी गागर हो,
नर नारायण है बन सकता
यदि मन में सत्य का आदर हो,
तुम प्रेम निष्ठा के श्रोत बनो
नवजोत बनो आलोक करो,
जो गलत है उसका विरोध करो।
तुम सत्य हो मिथ्या साया है
साये से कभी भी डरना नहीं,
दुर्बलता में साहस भर दो
कोशिश से कभी मुकरना नहीं,
संयम उन्नति का है मूल मन्त्र
मन शांत रखो मत क्रोध करो,
जो गलत है उसका विरोध करो।
–अभिमन्यु पाल आलोचक
लेखक का परिचय
नाम – अभिमन्यु पाल आलोचक
पिता – श्री मथुरा प्रसाद
योग्यता – M.Sc. & L.L.B.
जन्मतिथि – 08.06.1995
पता – ग्राम पूरे दुल्म्ही मिश्र पोस्ट पोठई ज़िला रायबरेली
मो.– 7081876468
ईमेल – alochakabhimanyu@gmail.com