mera jeevan/डॉ.सन्तोष कुमार विश्वकर्मा

मेरा जीवन

(mera jeevan)


मेरा जीवन शान्त उपवन की तरह।
अनेक फूलों, फलों, पक्षियों की तरह।
महकता रहा, उड़ता रहा, विचरता रहा।
रंगीन, सूनसान, हसीन, गलियों में।
पतझड़ों, बाजारों, अनसूने, मकानों में।
हर एक के खिलते हृदय में।
बसता,निकलता,थका,हारा।
मुस्कुराता चेहरा हरा भरा ।
मादक अदाओं में निराला । जीवन सघन,विरल,अविरल।
स्वच्छ निर्मल आप्लावित धारा में।
बसता रहा, हंसता रहा, बहता रहा। बहता रहा।
यही जीवन है।
यही जीवन है।
यही जीवन है।


Mera-jeevan

डॉ.सन्तोष कुमार विश्वकर्मा

रायबरेली
उत्तर-प्रदेश (भारत) ९४५२५२८१०७


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