aansu hindi poem/वेदिका श्रीवास्तव
आंसू
(aansu hindi poem)
बह जाते हैँ जाने कैसे छोटी छोटी बातों पर,
शब्दों को पढ़ लेना आसान पर आंसू होते बेजबान,
बादल से हैं छा जाते प्यारी – प्यारी आँखों पर
नहीं है होता यूँ ही समझना ‘आंसुओं ‘ की जबान
आंसू होते बेजबान ……………………!!
जल में भावना का मिश्रण होता तो बनते ये आँसू ,
जाने कितनी अनकही बातों को कहते ये आँसू ,
बनकर वर्षा नीर बहाता धरा की खातिर आसमान
आँसू होते बेजबान …………………..!!
छलक उठे हृदय की पीडा आँसू बनकर आँखों से ,
भाव ही भाव बहते रहते हैँ इसकी धाराओं से ,
पवित्र ये मोती आत्म समुद्र के ऊँचा है इसका स्थान
आँसू होते बेजबान …………………….!!
सच्ची प्रीत ,ईश वंदना ,बिन आँसू व्यर्थ हैं ‘वेदि ‘,
जहाँ ना कीमत हो इस जल की वहाँ मिलेगा क्या सम्मान
निर्मल ऐसे नीर का ईश्वर भी करते गुनगान
आँसू होते बेजबान …………………….!!
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