Motivational Hindi Poem| Motivational Kavita in Hindi

Motivational Hindi Poem| Motivational Kavita in Hindi

जीना है तो मरना सीखो

चमकना है सूरज सा तो
उसके जैसा जलना सीखो
कीमती बनना है सोने सा तो
कुंदन सा तपना सीखो
महकना है फूलों सा तो
टूटना और बिखरना सीखो
पाना है रूप मूरत सा तो
छेनी-हथौड़ी का वार सहना सीखो
उगना है बनकर अंकुर तो
बीज सा मिट्टी में मिलना सीखो
पथ पर बढ़ना है आगे तो
गिरकर उठना सीखो
पानी हैं मंजिल अगर तो 
बाधाओं से लड़ना सीखो
जीना है अगर शान से तो
जीने से पहले मरना सीखो।

शैलेन्द्र कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी

राजकीय महिला महाविद्यालय कन्नौज

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