फूल पर हिंदी कविता | नरेन्द्र सिंह बघेल

फूल पर हिंदी कविता | नरेन्द्र सिंह बघेल

फूल पर कविता

फूल


फूल एक खुशबू है एक मिठास है,
फूल अपनेपन का ,
एक नरम सा एहसास है ।
फूल प्रेम की भाषा है ,
प्रेम का विश्वास है ।
फूल सुखद रिश्तों का,
खूबसूरत मधुमास है ।
फूल,फूल एक भावना है,
एक उद्गार है ।
फूल खोये रिश्तों का,
सलोना सा प्यार है ।
फूल व्यापार का ,
एक नया निवेश है ।
फूल आधुनिकता का,
नया सा परिवेश है ।
फूल दिल का स्पंदन है,
धड़कन है ,दिल की चाल है।
फूल किसी प्रेयसी का,
अनटंका रूमाल है ।
फूल दिल की भावना है,
गीत है संगीत है ।
फूल अनव्यक्त सा,
वंदना का गीत है ।
फूल मन के भावों की,
उत्तम परिभाषा है ।
सीमा में लिखी गई,
जीवन की आशा है ।
फूल ,संबंन्धों की तुरपाई की ,
खूबसूरत कहानी है ।
फूल एक जज़बात है,
जिंदगी की रवानी है ।
फूल हर सलीम के,
प्यार की निशानी है,
फूल जज़बातों की ,
सुन्दर सी कहानी है ।
फूल वेलेंटाइन का ,
अनसुलझा ख्वाब है ।
फूल मन की भावना का,
अनकहा इंतिखाब है ।
फूल अकीदत की
भावना है समर्पण है ।
फूल अपनी आत्मा का,
एक पवित्र तर्पण है ।
फूल सुरभि के स्वागत का,
प्यारा एकनिष्ठ है ।
फूल आगत के बीज का,
सुनहरा भविष्य है ।
फूल तितली भौरें का ,
सुन्दर अनुगीत है।
फूल किसी उपवन की,
महकी सी प्रीत है ।
फूल जीवनसाथी के,
वरमाला का साक्षी है,
फूल अंतिम यात्रा का,
अंतिम सहयात्री है ।।
** नरेन्द्र **

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