आधार छंद वंशस्थ | बाबा कल्पनेश | हिंदी गीत
आधार छंद वंशस्थ | बाबा कल्पनेश | हिंदी गीत आधार छंद-वंशस्थ उषा प्रभा गान करे सुना करो।जगी रहो और सदा गुना करो।। प्रिये सदा प्रेम भरी रहा करो।द्वेष भरे भाव … Read More
आधार छंद वंशस्थ | बाबा कल्पनेश | हिंदी गीत आधार छंद-वंशस्थ उषा प्रभा गान करे सुना करो।जगी रहो और सदा गुना करो।। प्रिये सदा प्रेम भरी रहा करो।द्वेष भरे भाव … Read More
छवि निहारूँ पावनी छवि निहारूँ पावनी प्रभु आप आएँ इस हृदय में,छवि निहारूँ पावनी। सिय मातु संग में लखन दिनकर,हो विभा मन भावनी।। उर घन तिमिर डेरा हटे प्रभु,अब कृपा … Read More
आज आया प्रभो आप के पास हूँ (Hindi Geet Aaj aaya prabho aap ke paas hoon) आधार छंद -स्रग्विणी विधान-212 212 212 212 आज आया प्रभो आप के पास हूँ। … Read More