Best- Nazm- of- Savita- Chadha

Best Nazm of Savita Chadha/एक सोच और कलम का सम्मान

एक सोच

(Best Nazm of Savita Chadha)


प्रतिदिन चाहती हूं
सुखों के फूल अपने गमलों में,
उन्हें ही देख मैं सांस ले सकती हूं,
मुझे सुखों के फूल बहुत पसंद है
इसके लिए मैं हर दिन बोती रही हूं
अच्छाइयों के बीज,
सुनहले सपनों के बीज,
अपने आसपास के गमलों में।
मैं जानती हूं ये बीज,
एक ना एक दिन सुख के फूल बनकर ,
गमलों में आएंगे,
जिस दिन मेरे गमले में
सुख का गुलाब नहीं आता ,
उस दिन मैं खुद को बहुत कोसती हूं
और तलाश करती हूं ,
वह कौन सा दिन था जिस दिन,
मैंने अच्छाई का कोई बीज नहीं रोपा था
किसी खाली गमले में।


कलम का सम्मान

बुरे लोगों ,बुरी बातों पर
अभिव्यक्ति आसान नहीं होती,
कलम की नोक बदबूदार हो जाती है ,
वरना कलमकार
ऐसे ऐसे छींटे उछाल सकते हैं ,
समुंदर के समुंदर, शहर के शहर
बहा सकते है
लेकिन कलमकार
अपनी कलम का सम्मान करते हैं।


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