best poem on nari shakti in hindi /नारी शक्ति
best poem on nari shakti in hindi : प्रेमलता शर्मा की रचना नारी शक्ति को प्रेरित करने वाली कविता है यह nari samman par kavita है इस कविता का ध्येय यह है कि नारी अब अबला नहीं है खुद को तू पहचान तेरे में वह शक्ति छुपी है जिससे तू अनजान इस पंक्ति का भावार्थ प्रेरित करने वाला है जब आप इस कविता को पढ़ेंगे तो एक नया नजरिया नारी के प्रति होग़ा प्रस्तुत है रचना :
नारी शक्ति
नारी तू अबला नहीं है खुद को तू पहचान
तेरे में वह शक्ति छुपी है जिससे तू अनजान
तुझ में अथाह प्रेम त्याग है
तू है सृष्टि का वरदान
नारी तू अबला नहीं है खुद को तू पहचान
तू ही दुर्गा तू ही काली दुष्टों का तू करती संघार
तू ही सीता तू सावित्री
तू नर के लिए विधाता का अनुपम उपहार
तेरे बल से तीनो लोक है कांपे
तू है वह अंगार
नारी तू अबला नहीं
तेरे को कोख में ही नर पलता है
तू ही इसकी सिरजनहार
वह नर बड़ा अभागा जो करता तेरा तिरस्कार
तेरी आंख अगर लग जाए
तो पत्थर भी हो जाए राख
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