Smay par kavita poem in hindi/समय-कल्पना अवस्थी
समय (Smay par kavita poem in hindi) समय अच्छा और बुरा दोनों आता है और यह समय किस कदर उंगली पर नचाता है समय ने ना जाने कितनों को हँसाया … Read More
समय (Smay par kavita poem in hindi) समय अच्छा और बुरा दोनों आता है और यह समय किस कदर उंगली पर नचाता है समय ने ना जाने कितनों को हँसाया … Read More
rishte poetry in hindi रिश्तो पर कविता /कल्पना अवस्थी जिन रिश्तों को दिल से ना निभाया जाए फिर कभी ऐसे रिश्तों को ना बनाया जाए हर रिश्ता विश्वास की … Read More
poetry on manzil मंजिल के पास पहुँचकर भी हारती रही मैं मंजिल के पास पहुँचकर भी हारती रही मैं फिर भी बिखरे सपनों को संवारती रही मैं लड़ती … Read More