Bharat Mera Desh | भारत – मेरा देश
Bharat Mera Desh | भारत – मेरा देश
भारत – मेरा देश
भारत मेरा देश है,
मेरे जीवन का सार ।
भगवन मेरे देश को ,
देना शक्ति अपार ।
भारतीय सब हों यहां ,
जाति – धर्म से मुक्त ।
राष्ट्रीयता एक हो ,
स्वाभिमान हो पुष्ट ।
ऐसा मेरा देश हो ,
जिये सभी पर – हेत ।
सभी पड़ोसी शान्ति प्रिय ,
प्रभु देवा उन्हें विवेक ।
राजनीति है भ्रष्टतम ,
जन-प्रतिनिधि निकॄष्ट ।
मेधा- शोधन करो प्रभु ,
हों देश – भक्त उत्कृष्ट ।
पाश्चात्य – संस्कृति में ,
हम भूले स्वर्ण अतीत ।
पश्चिम शिक्षा ग्रहण कर ,
हम होंते दास प्रतीत ।
हे प्रभु मेरे देश में ,
राम – राज्य युग लाओ ।
अप-संस्कृति संक्रमण से ,
पीड़ित यह देश बचाओ ।
नहीं स्व भाषा का अहं
निज भाषा से ग्लानि ।
जहां राष्ट्र-भाषा नहीं ,
वह गूंगा है – यह जानि ।
कर्णधार इस देश के ,
हैं पश्चिम की देन ।
भारतीय संस्कृति से ,
उनका लेन न देन ।
खण्ड- खण्ड भारत हुआ ,
था अखण्ड यह देश ।
तार- तार हूई एकता ,
देख विभीषण क्लेश ।
जागो भारत भारतीय ,
केंद्रित तुम पर विश्वास ।
अग्नि परीक्षा का समय ,
भारत की तुम आस ।
विनती है प्रभू आप से ,
तुम ही करो उपाय ।
कर्णधार जन- प्रिय हों ,
सेवक सुलभ सुभाय ।
रक्षा- कवच अभेद्य हो ,
शक्तिशाली हो देश ।
पथिक न आतंकी कही ,
केवल शान्ति – सन्देश ।।
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