Kavita against honour killing-आरती जायसवाल

 Kavita against honour killing

 ऑनर किलिंग के विरुद्ध


हाँ मैं विरुद्ध हूँ ऑनर किलिंग बनाम हिंसक होते समाज के
क्योंकि
‘ऑनर के विरुद्ध’
बड़ी ही निर्ममता से घोंटा गया
अपनों द्वारा अपनेपन का गला
कर दी गई हत्या उन युवाओं की
जिन्होनें अपराध किया ‘प्रेम’ का
इसके लिए दण्डित किया गया उन्हें
दिया गया मृत्यु का गहन अन्धकार
क्योंकि आपस में प्रेम करके भंग की
उन्होंने सामाजिक और पारिवारिक ‘मर्यादा’
यह अपराध जघन्य और मृत्युदण्ड के योग्य था
पूर्णतया था समाज के ‘ऑनर के विरुद्ध’।
(मेरी दृष्टि में यह सम्मान की चाह में दी गई नर बलि जैसा जघन्य अपराध है)
और भी बहुत कुछ है समाज में ऑनर के विरुद्ध
बालिकागृहों में पनपते बाल/यौन अपराध,
बच्चों की ख़रीद-फ़रोख़्त
बच्चियों का लुटना
लूटी हुई बच्चियों की हत्या
अथवा उनसे बनते वेश्या-बाज़ार
वहीं जहाँ इसी सभ्य समाज के सम्मानित सदस्य पहुँचते हैं रात के अँधेरे में करने व्यभिचार
   ‘ऑनर के विरुद्ध’
करते हैं अवैध कारोबार
भरते हैं समाज में अन्धकार
फैलाते हैं भय और आतंक
कहलाते हैं खूँखार
‘ऑनर के विरुद्ध’
होती हैं भ्रूण व दहेज हत्याएँ
ठीक समाज की नाक के नीचे
पर तब नहीं कटती समाज की नाक
घूमते हैं दरिन्दे बेख़ौफ़
ओढ़कर दोहरे चरित्र का लिबास
सरे आम करते हैं अनाचार
मानवता को शर्मशार
‘ऑनर के विरुद्ध’
समाज तब नहीं उठाता हथियार,
बना रहता है मूकदर्शक
प्रश्रय पाता है अत्याचार
क्योंकि समाज करता है सिर्फ ‘ऑनर किलिंग’
जो हो उसके ऑनर के विरुद्ध।

आपको  Kavita against honour killing-आरती जायसवाल की हिंदी कविता कैसी लगी ,पसंद आये तो समाजिक मंचो पर शेयर करे इससे रचनाकार का उत्साह बढ़ता है।हिंदीरचनाकर पर अपनी रचना भेजने के लिए व्हाट्सएप्प नंबर 91 94540 02444, 9621313609 संपर्क कर कर सकते है। ईमेल के द्वारा रचना भेजने के लिए  help@hindirachnakar.in सम्पर्क कर सकते है|

हिंदीरचनाकार (डिसक्लेमर) : लेखक या सम्पादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ सम्पादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। हिंदी रचनाकार में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं और हिंदीरचनाकार टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है।
अन्य  रचना पढ़े :

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *