शहीदों को समर्पित कविता | Shaheed Diwas Poems in Hindi
शहीदों को समर्पित कविता | Shaheed Diwas Poems in Hindi
शहीद की मढ़ी ।।
शहीद की मढ़ी पर ,
आओ, दिया जलाएं ।
कॄत्यो को याद करके ,
माला उसे चढ़ाएं ।
शहीद की मढ़ी पर ,
आओ , दिया जलाएं ।
थाली सजा के लाओ ,
जाएं शहीद के घर ।
उदासी वहां है फैली ,
धीरज उन्हें बंधाएं।
शहीद की मढ़ी पर ,
आओ , दिया जलाएं ।
परिवार में गरीबी ,
चूल्हा नहीं जला है ।
आओ- शहीद के घर ,
राशन उसे दिलाएं ।
शहीद की मढ़ी पर
आओ , दिया जलाएं ।
विधवा उदास बैठी ,
नहीं फीस , स्कूल भेजे ।
बच्चों की उच्च शिक्षा ,
दाखिल उन्हें कराएं ।
शहीद की मढ़ी पर ,
आओ , दिया जलाएं ।
मढ़ी पर एक दिन क्यों ,
प्रतिदिन दिया जलाएं ।
सीमाओं पर जो लड़ते ,
घर उनके हम सजाएं ।
शहीद की मढ़ी पर,
आओ , दिया जलाएं
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