देशगीत | ये मेरे प्यारे देश सुनों,मैं तेरे ही गुण गाता हूं | दुर्गा शंकर वर्मा ‘दुर्गेश’
ये मेरे प्यारे देश सुनों,मैं तेरे ही गुण गाता हूं।इस तन में जब तक जान बची,मैं तुझको शीश झुकाता हूं।तुझसे जुगुनू की चमक यहां,तुझसे फूलों की घाटी है।तुझसे झरनों का … Read More