Mahila diwas par kavita/दुर्गा शंकर वर्मा “दुर्गेश”
मैं नारी हूं (Mahila diwas par kavita) मैं नारी हूं,मैं नारी हूं, नारी बचन निभाती हूं। छोटों से लेकर अग्रज तक, अपना प्यार लुटाती हूं। मैं चाची,नानी वैसी हूं, अम्मा,बुआ … Read More
मैं नारी हूं (Mahila diwas par kavita) मैं नारी हूं,मैं नारी हूं, नारी बचन निभाती हूं। छोटों से लेकर अग्रज तक, अपना प्यार लुटाती हूं। मैं चाची,नानी वैसी हूं, अम्मा,बुआ … Read More
गिरावट ।। (Hindi kavita Giraavat) हम रहे ना हम, तुम रहे ना तुम , जानवर थे हम , जानवर की दुम । इन्सान को क्या हो गया , हैवान अब … Read More
समय (Smay par kavita poem in hindi) समय अच्छा और बुरा दोनों आता है और यह समय किस कदर उंगली पर नचाता है समय ने ना जाने कितनों को हँसाया … Read More
कैंसर (Poetry collection cancer) एक कैंसर है नकारात्मक सोच मस्तिष्क में यदि घर बना ले किसी के यह नहीं सोच सकता है अच्छा कभी वह शिकार हो जाता है मानसिक … Read More
Shivratri poem in hindi: महाशिवरात्रि हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण त्यौहार है फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है , १२ शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण है इसी … Read More
ऐ !मेरे घर (Aye mere ghar) साथ बचपन से तेरे रही हूँ सदा , मुझको प्यार ही प्यार तुझसे मिला , ऐ !मेरे घर पराया तू कैसे हुआ !? ऐ … Read More
woman day hindi couplets: विश्व महिला दिवस पर “जय हिन्द काव्य धारा” पटल की ओर से सभी मित्रो को हार्दिक शुभकामनाएं प्रस्तुत हैं दोहावली:- जय हिन्द काव्य धारा” पटल की … Read More
हसीन वादियां (haseen vaadiyaan ) ———————- ये हसींन वादियां, बुला रहीं हमें। बादलों के पास, ले जा रहीं हमें। ये नदी ये घाटियां, ये पेड़ हैं चिनार के। देखने में … Read More
विश्व महिला दिवस पर विश्व की सभी महिलाओं को समर्पित डॉ विष्णु प्रताप सिंह की स्वरचित रचना तुम धरा की शान हो सभी पाठकों के लिए प्रस्तुत है। तुम धरा … Read More
भारतीय नारी । नारी शक्ति- समर्पण-श्रद्धा , नारी स्नेह – प्रेम की खान । नारी का बस यहीं रूप , जगती का सदा करें कल्याण। नारी – तुम देवों की … Read More
ओम की महिमा (mahashivratri poetry) ओम से ही सृष्टि का आरंभ हुआ है ओम पर ही अंत ओम मैं ही संपूर्ण ब्रह्मांड है ओम ही शिव स्वरूप ओम ही शांति … Read More
बेटी (happy women day poem) एक औरत बेटी को जन्म देकर कभी वह हस्ती कभी वह रोती है विधाता तूने क्या सौगात दी है ईश्वर से वह सवाल करती है … Read More
गाय की करुण पुकार (Gaay kee karun pukaar) गौ-पालक है देश हमारा , ग्वाले है बद – हाल । गैयां भटक रहीं गलियों में, सब से … Read More
बसंत गीत (bhaarateey basant geet) कलियों ने घूंघट खोल दिए, पत्ती-पत्ती मुसकाई। कोयल ने अपना गीत सुनाया, तब बसंत ऋतु आई। मलय … Read More
राजनीति का अब ऐसा स्तर गिरा है। (Poem on indian politics in hindi) १. राजनीति का अब ऐसा स्तर गिरा है। कि देश का नेता बना सिरफिरा है।। वो … Read More