बृजेंद्र गति छंद | प्रभु राम – बाबा कल्पनेश
बृजेंद्र गति छंद | प्रभु राम – बाबा कल्पनेश बृजेंद्र गति छंद पाथेय से हर रोग टूटे खोना नहीं,तुम धैर्य साथी,साधना करना। पाथेय से,हर रोग टूटे,मत कभी डरना।। उस ईश … Read More
बृजेंद्र गति छंद | प्रभु राम – बाबा कल्पनेश बृजेंद्र गति छंद पाथेय से हर रोग टूटे खोना नहीं,तुम धैर्य साथी,साधना करना। पाथेय से,हर रोग टूटे,मत कभी डरना।। उस ईश … Read More
सरकारी उदासीनता, बढ़ता भ्रष्टाचार | Sarkari Udaaseenata, Badhata Bhrashtaachaar सरकारी उदासीनता, बढ़ता भ्रष्टाचार । पछत्तर वर्ष स्वाधीनता, मिटा ना भ्रष्टाचार । इकडम तिकड़म लगा के, करते बंटाधार ।। अकथ गरीबी … Read More
श्यामू से श्यामलाल/ सम्पूर्णानन्द मिश्र | Shyamu Se Shyamlal श्यामू से श्यामलाल नहीं लगता मुझे तुम एक आदमी हो! क्योंकि सभ्यता की तुम्हारी कमीज़ राजधानी की खूंटियों पर अब भी … Read More
अन्तर्राष्ट्रीय न्याय दिवस पर कविता – रश्मि संजय श्रीवास्तव -Poem on International Justice Day अन्तर्राष्ट्रीय न्याय दिवस अपनेपन से भरपूर मिलेगा समाज! सुनी जाएगी एक नये रूप में.. स्त्री की … Read More
विश्व जनसंख्या दिवस पर कविता | WORLD POPULATION DAY SHORT POEM विश्व जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई 2021 को मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण दिन है, इस मौके पर दिल्ली के … Read More
सम्पूर्णानंद मिश्र की कुछ कविताएँ | Sampurnanand Mishra Poems in Hindi डॉ0 सम्पूर्णानन्द मिश्र की कविताओं को पढ़कर ऐसे भाव मन में जीवित हो उठते हैं जैसे पूर्व कालीन कवि धूमिल … Read More
Kundaliya chhand | मानव | बाबा कल्पनेश विधा-कुण्डलिया छंद मानव पढ़ना मानव का चरित,कहना तभी महान। संत-शास्त्र सबने किया,जिसका बड़ा बखान।। जिसका बड़ा बखान,स्वयं मानव है करता। जड़-चेतन जग जीव,प्राण सब … Read More
Samay Bada Balavaan – समय बड़ा बलवान / सीताराम चौहान पथिक समय बड़ा बलवान समय पीछे छोड़ कर , आगे निकल गया । चेहरे थे प्यार से भरे , उनको … Read More
Hissedaaree – हिस्सेदारी / पूनम सिंह हिस्सेदारी जाने वाले की हिस्सेदारी का एक हिस्सा मेरे साथ है। मेरी कविताओं और कहानी में वो हमेशा मेरे पास है। अपनी यादों … Read More
स्वामी विवेकानंद पर कविता | Poem on Swami Vivekananda in Hindi स्वामी विवेकानंद पर कविता अंधेरों में रहने वाला, उजालों की बात कर लूं , अपने हॄदय के कोटर में … Read More
Pradooshan Mukti | प्रदूषण – मुक्ति / सीताराम चौहान पथिक प्रदूषण – मुक्ति पेड़ लगाओ खूब लगाओ , भारत को खुशहाल बनाओ पर्यावरण-शुद्धि पर बल दो , कोने-कोने को महकाओ … Read More
Kalam Kee Niyati- कलम की नियति / ज्योति गुप्ता प्रस्तुत कविता में लेखिका के द्वारा कलम की नियति का वर्णन किया गया है कि कलम के द्वारा सुख समृद्धि को … Read More
जीवन पर कविता – Jeevan Par kavita in hindi पूनम सिंह जीवन हम अपने जीवन में से जितना व्यर्थ निकालते जाएंगे, हमारे विचार में भी जीवन ऐसा चलता है … Read More
Ram Ke Vansh – राम के वंश / बाबा कल्पनेश राम के वंश विधा-श्रृंगार छंद विधान-आदि त्रिकल-द्विकल अंत-त्रिकल-द्विकल।दो-दो चरण समतुकांत करो तुम निज कुल का अब शोध। मार्ग से हटे … Read More
Ab Main Ro Raha Hoon | विमलकविता-अब मैं रो रहा हूं / विमल अवस्थी विमलकविता-अब मैं रो रहा हूं करके उसको याद मैं आसूं बहा रहा हैं सोचा था कुछ … Read More