Kraanti- Geet | क्रांति- गीत / सीताराम चौहान पथिक

Kraanti- Geet | क्रांति- गीत / सीताराम चौहान पथिक क्रांति- गीत मम हॄदय नवल ज्वाला सुलगा , जो सुलग रही प्रचण्ड कर । है शिथिल हॄदय मनु का अभी बुझती … Read More

महाभुजंगप्रयात | मत्तगयंद / बाबा कल्पनेश

महाभुजंगप्रयात विधान-24 वर्ण,8 यगण,12,12 वर्णों पर यति मापनी-122×8 हिलाया-डुलाया कहाँ डोलता है, लगे ज्यों मरा हो कहाँ बोलता है। बुरा आप मानें भला आप मानें, नहीं ये कभी भी सही … Read More

Paane Kee Aasha – पाने की आशा / अरविंद जायसवाल

पाने की आशा विरह की वेदना तारों से, चन्दा   तक चली आई। न मैं समझा न वो समझे, बहारों तक चली आयी।। पपीहे    ने    कहा    मुझसे, किधर … Read More

बारिश पर बाल कविता | Varsha ritu par kavita

बारिश पर बाल कविता | Varsha ritu par kavita   बरखा रानी ,बरखा रानी। बरखा रानी , बरखा रानी , उमड़-घुमड़ कर बरसो पानी ।। सूखी ताल-तलैया देखो , हॉफ … Read More

कलियुग में दो श्रवण कुमारों की गाथा- सीताराम चौहान पथिक

कलियुग में दो श्रवण कुमारों की गाथा- सीताराम चौहान पथिक कलियुग में दो श्रवण कुमारों की गाथा । प्रथम गाथा दिल्ली धन्य हुई जब उसने , एक    श्रवण   को  … Read More

चकराए हैं | मित्रता – सम्पूर्णानन्द मिश्र

चकराए हैं | मित्रता – सम्पूर्णानन्द मिश्र चकराए हैं ईश्वर ने मनुष्य का निर्माण सिर्फ़ दो रंगों से किया श्याम और गौर वर्ण ज़रूरत पड़ने पर एकाक रंग और भी … Read More

रामचरितमानस | गुरुर्प्राथना | सावन – बाबा कल्पनेश

रामचरितमानस | गुरुर्प्राथना | सावन – बाबा कल्पनेश रामचरितमानस रामचरित मानस की रचना,करके तुलसीदास। भारत के हर हृदय-हृदय में,करने लगे प्रवास।।   राम ब्रह्म व्यापक अविनाशी,अवध लिए अवतार। रामचरितमानस है … Read More

Bharat Mera Desh | भारत – मेरा देश

Bharat Mera Desh | भारत – मेरा देश भारत – मेरा देश  भारत मेरा देश है, मेरे जीवन का सार । भगवन मेरे देश को , देना शक्ति अपार । … Read More

Mujhe Pata Hai | मुझे पता है – रश्मि संजय श्रीवास्तव

Mujhe Pata Hai / मुझे पता है – रश्मि संजय श्रीवास्तव  मुझे पता है  मुझे पता है .. तुम्हे अच्छा लगता है.. मेरा अपलक तुम्हे निहारते रहना! कनखियों से देखना, … Read More

कौन हैं | बंद है बात |  छत की मुंडेर – सम्पूर्णानन्द मिश्र

कौन हैं ? कौन हैं ये लोग ? जो सिर झुकाए खड़े हैं रोज आते हैं और रोज चले जाते हैं जो सिर्फ़ देख सकते हैं न सुन सकते हैं … Read More

Ishk- Khudaee | इश्क- खुदाई / सीताराम चौहान पथिक

Ishk- Khudaee | इश्क- खुदाई / सीताराम चौहान पथिक   इश्क- खुदाई । क्या क्या है मेरे दिल में , तुम्हें कह नहीं सकता । दिल पर जो गुजरती है … Read More

Kampit Chhataree | कंपित छतरी / रश्मि संजय श्रीवास्तव

Kampit Chhataree – कंपित छतरी / रश्मि संजय श्रीवास्तव कंपित छतरी मन को असंख्य संभावनाएं.. और..प्रेम को नवीन कल्पनाएं दे जाती है, तेज बारिश में साथ निभाती हुई.. कंपित छतरी! … Read More

Parakh – परख – सम्पूर्णानन्द मिश्र

Parakh – परख – सम्पूर्णानन्द मिश्र परख किस पायदान पर खड़े हैं मूल्यांकन हो इसका क्योंकि फूलों का पायदान पहुंचा तो सकता है शीर्ष पर लेकिन टिका नहीं सकता देर … Read More

Short Poem on Guru Purnima in Hindi | आदर्श शिष्य आरुणि

Short Poem on Guru Purnima in Hindi | आदर्श शिष्य आरुणि गुरु जी के प्रति शिष्य के भाव- सुमन । गुरु वर श्रद्धेय हमें तुमने , अपनी छाया में पाला … Read More

Guru Purnima Par Kavita |गुरु पूर्णिमा पर कविता

Guru Purnima Par Kavita – गुरु पूर्णिमा पर कविता आषाढ़ ऋतु की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है। इस दिन शिष्य अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता ′को व्यक्त करते … Read More