कितनी बार टूटता है | सम्पूर्णानंद मिश्र
कितनी बार टूटता है | सम्पूर्णानंद मिश्र बूढ़ेमां -बाप की रोशनी होती हैंउनकी संतानें पूरी ज़िंदगीअपनी आंखोंकी रोशनी बेचकर संतानों कीख़्वाहिशों के आंगनमें उनके सपनों काजो पूर्ण चांद खिलाता हैवह … Read More
कितनी बार टूटता है | सम्पूर्णानंद मिश्र बूढ़ेमां -बाप की रोशनी होती हैंउनकी संतानें पूरी ज़िंदगीअपनी आंखोंकी रोशनी बेचकर संतानों कीख़्वाहिशों के आंगनमें उनके सपनों काजो पूर्ण चांद खिलाता हैवह … Read More
वह मात्र एक छलावा है वैसे तोसुख की कोईपरिभाषा निश्चित नहीं है लेकिनअच्छी अनुभूति सुख का आधार हैऔर बुरी दु:ख का महात्मा बुद्ध ने कहाजीवन में दुःख ही दु:ख हैऔर … Read More
मेरे घर के भीतर आकरतुमने क्या से क्या कर डाला ,पहले था मेरा मन , मन साअब लगता है एक शिवाला ! सुबह – शाम घंटा , मन्त्रों सेध्वनि का … Read More
दर्द के बादल उमड़ करआंख में ऐसे समायेमौन व्याकुल इस हृदय मेंतुम बहुत ही याद आये प्यार का मकरंद घोलेजो विहंसता था यहाँरूप वह भोला सलोनाआज खोया है कहाँ दीप … Read More
पुनर्पाठ कलझुंड में कई कुत्ते दिखेमुझे सड़क परभौंक रहे थे सब आपस में एकदूसरे को काट रहे थे देखते ही दौड़ेझुंड के कुत्ते सभी मेरी तरफ़ किसी तरह भागते- भागतेजान … Read More
कटघरे में अदालत के अपशकुनमानी जाती हैंस्त्रियांअगर वैधव्यका काला धब्बाउनके माथे पर हो चूड़ियां तकतोड़वा दी जाती हैंदूर बैठायी जाती हैंधार्मिक और शुभक्रिया कर्मों के अवसर पर अपमान और जलालतकी … Read More
कितनी बार अब मुझे मत मारो राम!एक अपराध की सजाकितनी बार मैं अपराधी थामाना कि सीता कामिलनी चाहिए सजा मुझेलेकिनराम कितनी बार हर बार मैं मर रहा हूंघुट-घुटकर जी रहा … Read More
बहुत सालों से बोलने और बताने की कोशिश कर रही हूं लेकिन ना कोई सुनता है और ना ही कहने देता है। दिमाग भी नहीं चला इतने सालों से लेकिन … Read More
श्रीमान् आर.पी. सिंह (आई.ए.एस.) आयुक्त चित्रकूट धाम मण्डल बांदा (उ.प्र.) के निवृत्तमान होने पर नागरिक अभिनंदन भाव सुमन दिनांक 30 सितंबर 2023. विदाई लो श्रीमन् साभार आपका सरल मधुर व्यवहार। … Read More
धूमिल याद आ गए! मेरे समीपस्थ गांव केमेरे प्रिय कवि धूमिल यादआ गए आज याद आना लाजिमी थाक्योंकि पूरे देश ने उठाया थाएक तारीख़ कोएक घंटे श्रमदान करने की ज़िम्मेदारी … Read More
युवा हैं हम हम युवा हिन्दी से हिन्दुस्तान का गौरव बढायेंगे,तन मन धन से निजभाषा उन्नति का नारा लगायेंगे | अभिनंदन संस्कृति का, अभिलाषा जन-गण-मन गाते रहें,हिन्दी से हिन्दुस्तान का … Read More
देखो आज हमारी हिन्दी भारत है सिरमौर विश्व का,सुन्दर भाल लगाये बिन्दी,यू एन ओ में गूंज रही है,देखो आज हमारी हिन्दी ।टेक। तुलसी ,सूर,कबीरा हिन्दी,सबसे कहती पीरा हिन्दी।नानक,रसखान,बिहारी व-श्याम दिवानी … Read More
हिन्दी पहला-पहला जब शब्द सुना ।माॅं ने हिन्दी को तभी चुना ।जब कलम हाथ में आई थी ।तन- मन में हिन्दी छाई थी !! तुतलाकर बोला प्रथम बार!निकला था मुॅंह … Read More
गुरु बदल देते हैं जीवन-मूल्य,विस्मृत कर देते हैंबड़ी से बड़ी भूल।सुलझा देते हैं मन का हर उलझा-भाव,लुप्त हो जाते हैं जीवन के अभावजब मेरे पास होते हैं गुरु! भले अदृश्य … Read More
राखी बहना राखी लेकर आई,बहना राखी लेकर आई।भाई के घर जब भी आई,खुश होकर मुस्काई।माथे रोली तिलक लगाये,भाई राखी को बंधवाये।अपने मन में खुश हो करके,गीत खुशी के हरदम गाये।भइया … Read More