Kundaliya chhand | मानव | बाबा कल्पनेश
Kundaliya chhand | मानव | बाबा कल्पनेश विधा-कुण्डलिया छंद मानव पढ़ना मानव का चरित,कहना तभी महान। संत-शास्त्र सबने किया,जिसका बड़ा बखान।। जिसका बड़ा बखान,स्वयं मानव है करता। जड़-चेतन जग जीव,प्राण सब … Read More
Kundaliya chhand | मानव | बाबा कल्पनेश विधा-कुण्डलिया छंद मानव पढ़ना मानव का चरित,कहना तभी महान। संत-शास्त्र सबने किया,जिसका बड़ा बखान।। जिसका बड़ा बखान,स्वयं मानव है करता। जड़-चेतन जग जीव,प्राण सब … Read More
Ram Ke Vansh – राम के वंश / बाबा कल्पनेश राम के वंश विधा-श्रृंगार छंद विधान-आदि त्रिकल-द्विकल अंत-त्रिकल-द्विकल।दो-दो चरण समतुकांत करो तुम निज कुल का अब शोध। मार्ग से हटे … Read More
Ghanaaksharee – घनाक्षरी / बाबा कल्पनेश घनाक्षरी तिमिर के रिपु अभी उदित हुए ही नहीं। यहाँ-वहाँ-कहाँ गया तम जो घना रहा।। आस-पास कूक कूक कोयल है कुहू करे। खोजिए तो … Read More
chhand-panchchamar १. छंद-पंचचामर रमानिवास जागिए,मही तुम्हें पुकारती। प्रभात हो सके धरा,सुहाग माँग धारती।। तुम्ही विभात प्राण हो,प्रकाश पंथ खोल दो। विषाणु नष्ट हो सके,हवा सुमिष्टि घोल दो।। जवान भी किसान … Read More
सरसी छंद | आओ ऐसी बात करें हम | हिन्दी कविता आओ ऐसी बात करें हम मापनी-सरसी छंद। 16,11 आओ ऐसी बात करें हम,सुने न कोई कान। पर दर्शन में … Read More
आज हम बाबा कल्पनेश की दो रचना पढ़ेंगे रोग बड़ा कोरोना आया और गीत श्रृंगार, हमे आशा है कि प्रस्तुत रचनाएं आपको नया सन्देश देंगी। रोग बड़ा कोरोना आया रोग … Read More
छवि निहारूँ पावनी छवि निहारूँ पावनी प्रभु आप आएँ इस हृदय में,छवि निहारूँ पावनी। सिय मातु संग में लखन दिनकर,हो विभा मन भावनी।। उर घन तिमिर डेरा हटे प्रभु,अब कृपा … Read More
Poem on Ram in Hindi छंद-चामर सीयराम नाम दें राम-राम राम-राम राम-राम राम हो। राम-राम राम-राम अंजनी लला कहो।। राम-राम राम-राम कल्पनेश बोल रे। राम-राम नाम का सुदिव्य घोल-घोल रे।। … Read More
Hindi Kavita Prabhu Ram छंद-तोटक प्रभु राम प्रभु राम हरो दुख द्वंद सभी। नहिं नाथ रहे दुखियान कभी।। निज भक्ति गुमान भरो हिय में। अनुरक्त न हो लख के तिय … Read More
Chhand Bhujangaprayaat छंद-भुजंगप्रयात करो मातु दाया न जागे जगाए न बोले बुलाए। नहीं जीव जैसा कभी दीख पाए।। हिलाओ-डुलाओ कभी भी न डोले। पड़ी लाश जैसा नहीं आँख खोले।। बड़ा … Read More
Chaamar chhand saar saar shaarade सार-सार शारदे चामर छंद विधान- रगण जगण रगण जगण रगण 212 121 212 121 212 मातु शारदे सदा विराजती रहो हिए। छंद शास्त्र ज्ञान दान … Read More
Prerna Geet प्रेरणा गीत- Best Prerna Geet lyrics प्रेरणा गीत बचो सदा बचा करो,कुमार्ग से बचे रहो। असंविधान त्याग के,सुसंविधान को गहो।। प्रसुप्त हो कभी नहीं,जगे रहो जगे सदा। धरो … Read More
Holi poems in hindi- होली पर गीत और छंद १. होली रंगों का यह पर्व हमारा,सब को मंगलमय हो। बूढ़े-बच्चे-नवजवान का,रस से भरा हृदय हो।। प्रथम गुलाबी रंग घोलकर,पिचकारी में … Read More
Hindi Geet Rajguru Bhagat Singh Sukhdev राजगुरु –भगतसिंह–सुखदेव राजगुरु-सुखदेव-भगत की,आओ हम सब जय बोलें। इनकी जय-जयकार बोलकर,निज जीवन में रस घोलें।। ये प्राणों की आहुति देकर,शुभ मंगलमय दिन लाए। … Read More
Poem on World water day in hindi पानी से ही जीवन अपना पानी से ही जीवन अपना,जीवन के हर सपने। जान-जान अनजान बन रहे,युग जन जितने अपने।। कौन भला समझा … Read More