माली की तलाश | Mali Ki talaash
माली की तलाश | Mali Ki talaash माली की तलाश । आओ तुम को में सुनाऊं , इस चमन की दास्तां । कैसे बिखरा पत्ता – पत्ता , कैसे … Read More
माली की तलाश | Mali Ki talaash माली की तलाश । आओ तुम को में सुनाऊं , इस चमन की दास्तां । कैसे बिखरा पत्ता – पत्ता , कैसे … Read More
Bharat Kaise Shreshth Ho – भारत कैसे श्रेष्ठ हो / सीताराम चौहान पथिक भारत कैसे श्रेष्ठ हो ॽ स्नेह गया आदर गया , नैनन रही ना लाज । सास- ससुर … Read More
Swapn Mein tum – स्वप्न में तुम / सीताराम चौहान पथिक स्वप्न में तुम स्मृतियां मधुर स्वर्णिम सुखद, स्वागत तुम्हारा आगमन । ऋतु शिशिर में वासन्ति तुम , मधुवन में … Read More
सिकंदर महान और राख / सीताराम चौहान पथिक संगीत – रूपक सिकंदर महान और राख । एक सुनसान जगह पर उड़ती हुई राख की ढेरी, जिसके निकट से कवि गुजरता … Read More
झम- झम बरसा पानी | वर्ण – माला गीत / सीताराम चौहान पथिक बाल- गीत झम- झम बरसा पानी छम- छम गिरता पानी , खूब नहाती रानी । ना- ना … Read More
Jung Aur Aman – जंग और अमन / सीताराम चौहान पथिक जंग और अमन ज़िन्दगी सरगम है इक – – – , रागों में गाता जा रहा हूं । तार … Read More
कलियुग में दो श्रवण कुमारों की गाथा- सीताराम चौहान पथिक कलियुग में दो श्रवण कुमारों की गाथा । प्रथम गाथा दिल्ली धन्य हुई जब उसने , एक श्रवण को … Read More
Bharat Mera Desh | भारत – मेरा देश भारत – मेरा देश भारत मेरा देश है, मेरे जीवन का सार । भगवन मेरे देश को , देना शक्ति अपार । … Read More
Ishk- Khudaee | इश्क- खुदाई / सीताराम चौहान पथिक इश्क- खुदाई । क्या क्या है मेरे दिल में , तुम्हें कह नहीं सकता । दिल पर जो गुजरती है … Read More
Parivaar Aur Ghar | परिवार और घर | ज़िन्दगी का सच परिवार और घर जीवन बड़ा है , दुखों का घड़ा है , ढालिए प्यार से , इसमें मोती जड़ा … Read More
सरकारी उदासीनता, बढ़ता भ्रष्टाचार | Sarkari Udaaseenata, Badhata Bhrashtaachaar सरकारी उदासीनता, बढ़ता भ्रष्टाचार । पछत्तर वर्ष स्वाधीनता, मिटा ना भ्रष्टाचार । इकडम तिकड़म लगा के, करते बंटाधार ।। अकथ गरीबी … Read More
Barish Poem in Hindi | वर्षा ऋतु पर कविता / सीताराम चौहान पथिक वर्षा ऋतु बाल साहित्य बूंदे बरसीं छन- नन-छन , बादल बरसा घन-नन-घन । मेंढक ने ढोढी पिटवाई … Read More
Samay Bada Balavaan – समय बड़ा बलवान / सीताराम चौहान पथिक समय बड़ा बलवान समय पीछे छोड़ कर , आगे निकल गया । चेहरे थे प्यार से भरे , उनको … Read More
Pradooshan Mukti | प्रदूषण – मुक्ति / सीताराम चौहान पथिक प्रदूषण – मुक्ति पेड़ लगाओ खूब लगाओ , भारत को खुशहाल बनाओ पर्यावरण-शुद्धि पर बल दो , कोने-कोने को महकाओ … Read More
Hindi Ghazal Shukriya – शुक्रिया / सीताराम चौहान पथिक शुक्रिया ऐ दोस्त , तेरे प्यार को , हर्गिज भुला ना पाऊंगा , एहसान तेरे इस कदर , कैसे इन्हें चुकाऊंगा … Read More