Sad Hindi kavita | मैं और तुम | सीताराम चौहान पथिक

Sad Hindi kavita | मैं और तुम |  मैं और तुम  याद तुम्हारी जब जब आई , तड़पा हूं मैं खूब यहां , तुमको जो मंजूर  नहीं था , रोया … Read More

Short Poem on Nature in Hindi

प्रकृति का कहर कोरोना ज़हर है प्रकृति का कहर है कुत्ता,बिल्ली,सांप, चमगादड़ का भक्षण करके चीन ने इस ज़हर को फैलाया है इन मासूम निर्दोष जीव-जंतुओं को ख़ून के आंसू … Read More

Hasya vyang | पत्नी-चालीसा |पवन शर्मा परमार्थी

Hasya vyang | पत्नी-चालीसा |पवन शर्मा परमार्थी पत्नी-चालीसा हाथ जोड़कर कीजिये, पत्नी को प्रणाम, पूजा उसकी कीजिये, भैया सुबहो-शाम। अपनी प्रिया पत्नी के, बने रहिए गुलाम, इसी तरह किया अगर … Read More

hindi kavita रखती है आबरू/ सम्पूर्णानंद मिश्र

hindi kavita रखती है आबरू रखती है आबरू गुज़र रहे हैं माना कि बहुत बुरे दौर से हम सब लेकिन न उखड़े विवेक और धैर्य का खूंटा भलाई है पूरे … Read More

Motivational Poetry in Corona time – रखने है हौसले बुलंद

Motivational Poetry in Corona time रखने है हौसले बुलंद हर तरफ़ मचा है शोर हाहाकार है घनघोर, सांसों को तरसती रोती बिलखती, मां के आंचल मे लिपटी, कही पिता के … Read More

बहती जैसे गंग-धार हो/हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’

बहती जैसे गंग-धार हो/हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’ बहती जैसे गंग-धार हो। मॉ तू पावन निर्मल कल-कल, बहती जैसे गंग-धार हो। सर्वश्रेष्ठ कृति ,सृष्टि धरोहर, उर-उपवन की मधु बहार हो। उच्छ्वासों में … Read More

Hindi Poetry Mothers day -मां कहां हो/ संपूर्णानंद मिश्र

Hindi Poetry Mothers day मां कहां हो? दुनिया की नज़रों से छुपाती थी मुझे अपने सीने से लगाती थी तुम्हारे दूध का कोई मोल नहीं मां तेरी ममता का कोई … Read More

Poem about Mother in Hindi | माँ पर कविता हिंदी में

Poem about Mother in Hindi | माँ पर कविता हिंदी में माँ पर बेहतरीन कविता  मां का हाथ हींग की डिबिया सा महकता है सादी दाल रोटी भी एक चमत्कार … Read More

Short Poem on Mother in Hindi – माँ पर कविता

Short Poem on Mother in Hindi मां जब मैं मिलने आऊंगी। माँ जब मैं मिलने आऊंगी,मुझको गले लगा लेना। उलझे हुए मेरे बालों को ,तुम पहले सुलझा देना। जाने कितने … Read More

Poems on mother in hindi | माँ पर कविताएं | माँ पर साहित्यिक कविता

Poems on mother in hindi | माँ पर कविताएं | माँ पर साहित्यिक कविता मेरी प्यारी मां  मेरी प्यारी – प्यारी मां , धूप लगे बन जाए छांव जाड़ा जब … Read More

कोरोना की सांझ / सीताराम चौहान पथिक

कोरोना की सांझ कोरोना की सांझ  कोरोना को रोको ना , मिल कर करो उपाय । अखिल विश्व में खलबली , दुःखी जनों की हाय । सूक्ष्म जीव घातक प्रबल … Read More

Poem on friendship in Hindi | hindi poem on dosti | दोस्ती पर कविता

Poem on friendship in Hindi :  हिंदीरचनाकर  पर कानपुर से  युवा साहित्यकार आशुतोष झा ने  दोस्ती पर  एक  रचना  मेरे दोस्त पाठको  के  सामने  प्रस्तुत  की  है ,  दोस्ती  एक … Read More

शहीदों को समर्पित कविता | Shaheed Diwas Poems in Hindi

शहीदों को समर्पित कविता | Shaheed Diwas Poems in Hindi शहीद की मढ़ी ।। शहीद की मढ़ी पर , आओ, दिया जलाएं । कॄत्यो को याद करके , माला उसे … Read More

Hindi Poetry tum dabe paanv aana/अनुभव ‘अनंत

Hindi Poetry tum dabe paanv aana/अनुभव ‘अनंत तुम दबे पांव आना मै तुम्हे ख्वाबों में देख थक गया हूं अब तुम खुली आंखों में मेरे पास आना समय मै बतलाऊंगा … Read More

अबकी ऐसी विपदा आई | Gazal on corona crisis

अबकी ऐसी विपदा आई  | Gazal on corona crisis अबकी ऐसी विपदा आई अबकी ऐसी विपदा आई, विष की प्याली भरके लाई। वायु में मिल बनी बीमारी, कोरोना जो है … Read More