Ek Haseen Sham- एक हसीं शाम
Ek Haseen Sham- एक हसीं शाम एक हसीं शाम आँचल को दबा कर दांतो में इक शोख हंसी भर आंखो में , तुमने इक बार शरारत से , पूछा था, … Read More
Ek Haseen Sham- एक हसीं शाम एक हसीं शाम आँचल को दबा कर दांतो में इक शोख हंसी भर आंखो में , तुमने इक बार शरारत से , पूछा था, … Read More
Achhe Din Kab Aayenge – अच्छे दिन कब आएंगे प्रस्तुत रचना वरिष्ठ साहित्यकार सीताराम चौहान पथिक द्वारा रचित वर्तमान परिपेक्ष्य को लेकर है , कोरोना महामारी की दूसरी लहर के … Read More
रानी का बलिदान । laxmi bai death anniversary kavita लक्ष्मी बाई का निधन १८ जून १८५८ को हुआ। लक्ष्मी बाई की पुण्यतिथि पर साहित्यकार सीताराम चौहान पथिक द्वारा रचित कविता … Read More
Tootee Veena – टूटी वीणा / सीताराम चौहान पथिक प्रस्तुत रचना टूटी वीणा / सीताराम चौहान पथिक द्वारा रचित दर्पण संग्रह से ली गयी है यह संग्रह १९७२ में प्रकाशित … Read More
zakhmee sach – ज़ख्मी सच / सीताराम चौहान पथिक प्रस्तुत कविता में लेखक के द्वारा व्यक्त किया गया है कि भारत की आजादी में कितने महापुरुषों ने अपने जीवन की आहुति … Read More
नीति – दशक | Neeti – Dashak/सीताराम चौहान पथिक नीति – दशक जो आया संसार में , जाएगा इक रोज़ । राजा – रंक -फकीर सब, महाकाल के भोज ।। … Read More
Kahaan Par Chhipee Ho : प्रस्तुत कविता सूफीवाद पर आधारित है जहां प्रेमी अर्थात नायक अपनी प्रेमिका अर्थात ब्रह्म को पाने के लिए कठोर साधना करता है । कहां पर … Read More
Bhagwan Shri Ram Poem in Hindi : भगवान श्री राम से…. कविता सीताराम चौहान पथिक की स्वरचित रचना पाठको के सामने प्रस्तुत है। कविता में लेखक ने बताया है श्री … Read More
Sapanon Ka Saudaagar-सपनों का सौदागर / सीताराम चौहान पथिक सपनों का सौदागर बेच रहा हूं मैं सपनों की , लगा – लगा कर फेरी । कौन खरीदेगा लुभावने , सपनों … Read More
Bhakti Kee Mahima – भक्ति की महिमा भक्ति की महिमा आस्थाएं हों प्रबल , विश्वास में हो आत्म बल , आना ही पड़ता है उन्हें , प्रभु – भक्ति में … Read More
Corona ek aaeena : कोरोना एक आईना / सीताराम चौहान पथिक की रचना समाज को सन्देश देना चाहती है कि कोरोना जैसी महामारी के दौरान दलालों ने खूब लूटा आम … Read More
Poem On Nature | short poem on nature in hindi प्रकॄति- पर्यावरण असंतुलन चक्रवात बादल का फटना , हताश प्रकॄति का उल्कापात। प्रकॄति पर्यावरण दूषित हुए , कोरोनावायरस का प्रतिघात। … Read More
Modi Jasoda Ben | मोदी जसोदा बेन / सीताराम चौहान पथिक मोदी जसोदा बेन नारी की है साधना, नारी का है त्याग । रोम-रोम मन्नत करें, फूले –फले सुहाग ।। … Read More
Prarthana | Hindi Prayer Poem| सीताराम चौहान पथिक : प्रस्तुत रचना में लेखक प्रार्थना कर रहे है , ईश्वर से कि देश में राम-राज्य हो अर्थात देश की जनता में … Read More
हिंदीरचनाकर के पाठकों के लिए वरिष्ठ साहित्यकार सीताराम चौहान पथिक की रचना सीता की व्यथा प्रस्तुत है , रचना में सीता माँ के गुणों को व्यक्त किया गया हैं आदर्श … Read More